इंफाल : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद राहुल गांधी आज दोपहर मणिपुर की राजधानी इंफाल पुहंचे। इस बीच खबर है कि उनके काफिले को हिंसा प्रभावित क्षेत्र से 20 किमी पहले रोक लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इंफाल से कुछ ही दूरी पर विष्णुपुर जिले में कांग्रेस नेता के काफिले को रोका गया है। इलाके में अशांति का हवाला देकर पुलिस ने यह कदम उठाया है। दरअसल, राहुल गांधी आज और कल यानी 29-30 जून को मणिपुर में रहेंगे। इस दौरान वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे। वे इंफाल और चुराचांदपुर में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे। वे राहत शिविरों का दौरा भी करेंगे।
राहुल का मणिपुर जाने का फैसला तब सामने आया है, जब हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री ने मणिपुर के हालात पर सर्वदलीय बैठक की थी। तीन मई के बाद से जातीय हिंसा में घिरे पूर्वोत्तर राज्य में कांग्रेस नेता की यह पहली यात्रा है। कांग्रेस ने राज्य की वर्तमान स्थिति के लिए भाजपा और उसकी ‘विभाजनकारी राजनीति’ को जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा कांग्रेस ने मांग की है कि राज्य के मुख्यमंत्री को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाये। वहां शांति बहाली के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को भेजा जाये।
मणिपुर हिंसा में चीन का हाथ: राउत
राहुल के दौरे पर उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने कहा कि मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री हवा में बाते कर रहे हैं। हमें लगा था कि PM अमेरिका जाने से पहले मणिपुर जायेंगे और वहां की जनता से बातचीत करेंगे और गृह मंत्री ने भी बैठक बुलाई थी, लेकिन कोई हल नहीं निकला। हमारी मांग थी कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आप मणिपुर ले जाये और जनता के साथ हम संवाद प्रस्ताव करें, लेकिन प्रधानमंत्री मौन साधे हुए हैं। मणिपुर हिंसा में चीन का हाथ है, लेकिन सरकार चीन का नाम लेने को तैयार नहीं है। अगर इस स्थिति में राहुल गांधी मणिपुर जाते हैं और वहां के लोगों से बातचीत करते हैं और शांति प्रस्तावित होती है तो हम उनके दौरे का स्वागत करते हैं।
डबल इंजन की सरकार ट्रिपल समस्या वाली
वहीं, नगालैंड के AICC प्रभारी अजय कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर को खबरों से गायब कराने की कोशिश कर रही है। राहुल गांधी और कांग्रेस देश का ध्यान मणिपुर पर केंद्रीत कराने की कोशिश कर रही है। मणिपुर में 200 से अधिक लोगों की हत्या हुईं है, 1000 से ऊपर घर जले, 700 से अधिक पूजा घर, गिरजाघर तोड़े गये। राज्य में कानून-व्यवस्था धवस्त हो चुकी है। यह डबल इंजन की सरकार ट्रिपल समस्या वाली सरकार बन चुकी है। राहुल गांधी पीड़ित लोगों से मिलेंगे। राहुल गांधी के दौरे से प्रधानमंत्री को सीख लेनी चाहिए, उनको कोई चिंता नहीं है।