नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-17 स्थित श्रीनिकेतन अपार्टमेंट के पास झुग्गी बस्ती में शनिवार की दोपहर 11:55 बजे भीषण आग लग गई। आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया। जिसमें दो मासूम बच्चों 10 वर्षीय शिवम और 8 वर्षीय रिया की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में लगभग 150 झुग्गियां पूरी तरह से जलकर राख हो गईं और 800 झुग्गियों पर भी खतरा मंडराने लगा।
आग इतनी भयावह थी कि झुग्गियों में उपयोग किए जा रहे छोटे गैस सिलेंडरों के विस्फोटों ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया। विस्फोटों की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी और आसपास के पेड़ भी आग की चपेट में आकर झुलस गए।
दमकल की देरी पर गुस्सा, फायर टेंडर का शीशा तोड़ा
स्थानीय लोगों का आरोप है कि दमकल विभाग (दिल्ली फायर सर्विस, डीएफएस) की गाड़ियां देरी से मौके पर पहुंचीं। गुस्साए लोगों ने एक फायर टेंडर का शीशा तोड़ दिया। उनका कहना है कि यदि समय पर राहत पहुंचती, तो जान-माल का नुकसान कम हो सकता था।
दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि मौके पर 18 से 20 फायर टेंडर भेजे गए थे और दोपहर 2:05 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया। फिलहाल शीतलन (कूलिंग) और सर्च ऑपरेशन जारी है।
बच्चों के शव बरामद, जांच जारी
दमकल कर्मियों ने घटनास्थल से दो बच्चों के शव बरामद किए, जिनकी पहचान हो गई है। पुलिस ने बच्चों की मौत के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है।
डीएफएस के डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर एम.के. चट्टोपाध्याय के अनुसार, आग की शुरुआत एक झुग्गी से हुई थी। बाद में एक के बाद एक सिलेंडरों के फटने से आग ने पूरी बस्ती को अपनी चपेट में ले लिया।
आग लगने का कारण अज्ञात, राहत कार्य शुरू
आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस और प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद हैं और जांच में जुटे हैं। स्थानीय एसडीएम अपनी टीम के साथ झुग्गियों की वास्तविक संख्या और क्षति का आंकलन कर रहे हैं।
प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। उन्हें अस्थायी आश्रय, भोजन और अन्य आवश्यक सहायता मुहैया कराई जा रही है।