नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने गुरुवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर (Asim Munir) द्वारा जम्मू-कश्मीर को लेकर दिए गए बयान को सख्त शब्दों में खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (Randhir Jaiswal) ने स्पष्ट रूप से कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का केंद्र शासित प्रदेश है और पाकिस्तान से इसका एकमात्र संबंध केवल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को खाली करने का है।
पाक सेना प्रमुख का विवादित बयान
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने इस्लामाबाद में आयोजित ओवरसीज पाकिस्तानी कन्वेंशन (Overseas Pakistanis Convention) को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान की “शरीयान नस” (jugular vein) बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर को नहीं भूलेगा।
मुनीर ने कार्यक्रम में भारत और पाकिस्तान के बीच दो-राष्ट्र सिद्धांत (Two-Nation Theory) को दोहराते हुए कहा, “भारत और पाकिस्तान दो अलग-अलग देश हैं। हमारे धर्म, रीति-रिवाज, परंपराएं, सोच और आकांक्षाएं एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। यही दो-राष्ट्र सिद्धांत की नींव है।”
विदेश मंत्रालय का सख्त जवाब
मुनीर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, कोई भी विदेशी चीज किसी की शरीयान नस कैसे हो सकती है? जम्मू-कश्मीर भारत का केंद्र शासित प्रदेश है। पाकिस्तान के साथ इसका एकमात्र संबंध केवल पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए क्षेत्रों को खाली करना है।”
भारत ने बार-बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह दोहराया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उसके अभिन्न और अविभाज्य हिस्से हैं, और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को भारत में पूरी तरह से शामिल करने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
दो-राष्ट्र सिद्धांत पर फिर बोले मुनीर
असीम मुनीर ने ओवरसीज पाकिस्तानियों से कहा कि वे अगली पीढ़ियों को पाकिस्तान की कहानी सुनाएं ताकि वे अपने पूर्वजों के बलिदानों को न भूलें। उन्होंने कहा, “हमें अपने बच्चों को पाकिस्तान की कहानी सुनानी होगी ताकि वे जान सकें कि पाकिस्तान क्या है और क्यों बना।”
भारत की स्थिति स्पष्ट
भारत पहले ही कह चुका है कि पाकिस्तान द्वारा बार-बार जम्मू-कश्मीर पर बयानबाजी करने से वास्तविकता नहीं बदल सकती। भारत ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में संदेश दिया है कि उसे जम्मू-कश्मीर के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बंद करना चाहिए और अपने कब्जे वाले क्षेत्रों को तुरंत खाली करना चाहिए।