Jamshedpur (Jharkhand) : उपायुक्त की सख्त फटकार के बाद एमजीएम अस्पताल को साकची से मानगो स्थित डिमना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में तेजी आ गई है। शनिवार को अस्पताल प्रशासन ने तीन ट्रकों और 10 मजदूरों की सहायता से अस्पताल का फर्नीचर व जांच उपकरण डिमना भेज दिए।
यह कार्रवाई उपायुक्त द्वारा शुक्रवार को डिमना अस्पताल के निरीक्षण के बाद तेज की गई, जब निरीक्षण के दौरान अस्पताल में अव्यवस्था और सुविधाओं की कमी पाई गई। इससे नाराज होकर डीसी ने चिकित्सा पदाधिकारी को फटकार लगाई और जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए।
फर्नीचर व उपकरणों की व्यवस्थित शिफ्टिंग शुरू
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, 31 जनवरी 2025 तक अधिकतर आवश्यक फर्नीचर, मेडिकल इक्विपमेंट और जांच यंत्र डिमना मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिए जाएंगे। इस दौरान यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रत्येक सामान को उसके निर्धारित स्थान पर व्यवस्थित ढंग से स्थापित किया जाए, ताकि नए परिसर में मरीजों को किसी तरह की असुविधा न हो।
डीसी के निरीक्षण से मिली प्रशासनिक रफ्तार
डिमना मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई, इंफ्रास्ट्रक्चर और संसाधनों की स्थिति बेहद खराब पाई गई थी। इस पर उपायुक्त ने अस्पताल प्रबंधन को तत्काल आवश्यक व्यवस्थाएं सुधारने का निर्देश दिया। इसके बाद से ही अस्पताल शिफ्टिंग की प्रक्रिया को प्राथमिकता दी गई है।
क्या कहा अस्पताल प्रबंधन ने?
चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि शिफ्टिंग कार्य को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया जा रहा है। सभी सामग्री की लिस्टिंग, पैकिंग, ट्रांसपोर्टेशन और डिमना परिसर में पुनः स्थापना की जिम्मेदारी प्रशासनिक निगरानी में की जा रही है।
अब देखना होगा कि कब तक पूरी होती है शिफ्टिंग प्रक्रिया
सरकार के इस फैसले से एक ओर जहां मरीजों को आधुनिक और बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन के लिए समयबद्धता सबसे बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। डिमना मेडिकल कॉलेज को झारखंड के प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों में शामिल करने की दिशा में यह कदम बेहद अहम है।