Jamshedpur : जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल की छत गिरने की भयावह घटना में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मलबे से तीन शव निकाले जा चुके हैं। मृतकों में से डेविड जॉनसन लावारिस के तौर पर कई साल से एमजीएम अस्पताल में भर्ती थे। उनके परिजन कभी उनसे मिलने नहीं आए। डेविड सिदगोड़ा के 10 नंबर बस्ती सिंधी रोड के निवासी थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद रविवार को उनकी पत्नी एलिन जॉनसन शव लेने अस्पताल पहुंचीं। तो सफाई कर्मियों ने विरोध कर दिया।
डेविड के अंतिम संस्कार को लेकर उठा विवाद
रविवार को जब डेविड का शव लेने उनके परिजन एमजीएम अस्पताल पहुंचे, तो वहां सफाईकर्मियों ने हंगामा कर दिया। सफाईकर्मियों का कहना था कि डेविड के परिजन पिछले कई वर्षों से उन्हें देखने तक नहीं आए। अस्पताल में डेविड की सेवा सफाईकर्मी ही करते थे। नहाना, खाना खिलाना, देखभाल से लेकर रोजमर्रा की जरूरतें वही पूरी करते थे। सफाई कर्मियों का आरोप है कि अब जब सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है, तब जाकर परिजन सामने आए हैं। सफाईकर्मियों का दावा है कि वे मुआवजे के लिए नहीं, बल्कि डेविड के प्रति अपनी सेवा और निष्ठा के कारण उनका अंतिम संस्कार करना चाहते हैं। उनका कहना है कि एक दशक की सेवा के बाद अब डेविड को अंतिम विदाई देने का हक भी उन्हें ही मिलना चाहिए।