Lohardaga (Jharkhand) : जिला अंतर्गत बगड़ू थाना क्षेत्र से बुधवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां मनरेगा योजना के तहत निर्माणाधीन कुएं की खुदाई के दौरान एक मजदूर की मिट्टी ढहने से दबकर मौत हो गई। मृतक की पहचान बगड़ू निवासी चंद्र प्रकाश भगत (Chand Prakash Bhagat) के रूप में की गई है।
तीन मजदूर कर रहे थे खुदाई
जानकारी के अनुसार, बगड़ू गांव के लाभुक सुनील उरांव के लिए मनरेगा के तहत कुएं की खुदाई का कार्य चल रहा था। इस कार्य में तीन मजदूर लगे हुए थे, जिनमें चंद्र प्रकाश भगत भी शामिल थे। खुदाई के दौरान अचानक ऊपरी मिट्टी भरभराकर धंस गई, जिससे चंद्र प्रकाश कुएं में दब गए, जबकि बाकी दो मजदूर समय रहते बाहर निकल गए और बाल-बाल बच गए।
ग्रामीणों और मुखिया ने चलाया रेस्क्यू अभियान
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय मुखिया रानी मिंज और गांव के अन्य लोगों ने बिना समय गंवाए रेस्क्यू अभियान शुरू किया। कुदाल से मिट्टी हटाकर लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद चंद्र प्रकाश को बाहर निकाला गया। उनकी हालत बेहद गंभीर थी, जिसके बाद उन्हें एम्बुलेंस से लोहरदगा सदर अस्पताल ले जाया गया।
रास्ते में ही टूटी सांसें, अस्पताल में मृत घोषित
अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में चंद्र प्रकाश की मौत हो गई। लोहरदगा सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे से पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई है और ग्रामीणों में आक्रोश भी है।
सवालों के घेरे में सुरक्षा मानक और निगरानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हादसा मनरेगा योजनाओं के तहत चल रहे कार्यों की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी तंत्र पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। अक्सर देखा गया है कि ऐसे कार्यों में अनुभवी सुपरविजन, सुरक्षा उपकरण और सतर्कता की कमी होती है, जिसका खामियाजा गरीब मजदूरों को अपनी जान गंवाकर चुकाना पड़ता है।