सेंट्रल डेस्कः माइक्रोसॉफ्ट ने अपने वैश्विक कार्यबल का लगभग 3% यानी लगभग 6,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है। यह कदम कंपनी की ए.आई. (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) में भारी निवेश के बीच लागत नियंत्रण और संगठनात्मक दक्षता बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। कंपनी ने बताया कि यह छंटनी प्रदर्शन आधारित नहीं है, बल्कि प्रबंधन संरचना को सरल बनाने और संचालन को अधिक चुस्त बनाने के उद्देश्य से की गई है ।
माइक्रोसॉफ्ट की छंटनी का उद्देश्य और रणनीति
माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी ‘डायनामिक मार्केटप्लेस में सफलता के लिए आवश्यक संगठनात्मक परिवर्तनों को लागू करना जारी रखेगी’। यह छंटनी मुख्य रूप से प्रबंधन स्तर पर की गई है, जिसमें लिंक्डइन और एक्सबॉक्स जैसे विभाग भी शामिल हैं । कंपनी का उद्देश्य प्रबंधन संरचना को समतल करना और प्रत्येक प्रबंधक के नियंत्रण क्षेत्र को बढ़ाना है, जिससे संचालन में दक्षता और निर्णय लेने की गति में सुधार हो सके ।
AI में भारी निवेश और इसके प्रभाव
माइक्रोसॉफ्ट ने इस वित्तीय वर्ष में ए.आई. और क्लाउड सेवाओं के लिए $80 बिलियन (लगभग ₹6,86,200 करोड़) का निवेश करने की योजना बनाई है। इस निवेश का अधिकांश हिस्सा डेटा सेंटरों के निर्माण और ए.आई. मॉडल के प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। हालांकि, इस भारी निवेश के कारण कंपनी के क्लाउड प्लेटफॉर्म Azure के लाभांश में गिरावट आई है, जो पिछले वर्ष के 72% से घटकर 69% हो गया है ।
विश्लेषकों का मानना है कि ए.आई. में भारी निवेश के कारण होने वाली उच्च मूल्यह्रास दरों को संतुलित करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट को कर्मचारियों की संख्या में कमी करनी पड़ रही है। D.A. Davidson के विश्लेषक गिल लुरिया के अनुसार, ‘हम मानते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट को हर वर्ष $80 बिलियन के निवेश के स्तर पर कम से कम 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करनी चाहिए, ताकि उच्च मूल्यह्रास दरों के प्रभाव को संतुलित किया जा सके’।
भारत में माइक्रोसॉफ्ट की रणनीति और निवेश
माइक्रोसॉफ्ट ने भारत में ए.आई. और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में $3 बिलियन (लगभग ₹25,800 करोड़) का निवेश करने की योजना बनाई है। इस निवेश के तहत नए डेटा सेंटरों की स्थापना और ए.आई. कौशल विकास कार्यक्रमों का संचालन किया जाएगा। कंपनी का उद्देश्य 2030 तक भारत में 10 मिलियन लोगों को ए.आई. कौशल प्रदान करना है, जिससे स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाया जा सके और देश की तकनीकी क्षेत्र में बढ़ती भूमिका को समर्थन मिल सके।
माइक्रोसॉफ्ट की हाल की छंटनी और ए.आई. में भारी निवेश दर्शाते हैं कि कंपनी तकनीकी नवाचार और लागत नियंत्रण के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, इन कदमों से कर्मचारियों पर प्रभाव पड़ रहा है, लेकिन कंपनी का उद्देश्य दीर्घकालिक विकास और प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखना है। भारत में कंपनी का निवेश और कौशल विकास कार्यक्रम यह संकेत देते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट ए.आई. और क्लाउड सेवाओं के क्षेत्र में भारत को एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में देख रही है।