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रामनवमी पर मिथुन चक्रवर्ती का बड़ा बयान: ‘9% हिंदू साथ आएंगे तभी बंगाल में राम राज्य स्थापित होगा’

रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल में आयोजित शोभा यात्राओं में मिथुन चक्रवर्ती ने भाग लिया और राम राज्य, हिन्दू एकता व टीएमसी पर तीखे बयान दिए।

by Neha Verma
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में रविवार को रामनवमी का पर्व बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पूरे राज्य में रामनवमी की शोभा यात्राएं निकाली गईं। कोलकाता में आयोजित एक विशाल शोभा यात्रा में अभिनेता और बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती ने हिस्सा लिया और इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण बयान दिए।

मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, “पश्चिम बंगाल में राम राज्य तभी आएगा जब 9 प्रतिशत हिंदू हमारे साथ खड़े होंगे।” उन्होंने यह बयान शोभा यात्रा के समापन पर दिया। यात्रा के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारों से माहौल गूंज उठा।

टीएमसी पर साधा निशाना

रामनवमी के अवसर पर मिथुन ने टीएमसी नेताओं के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “ये लोग बार-बार कहते हैं कि बीजेपी हिंसा फैलाती है। आज सड़कों पर एक लाख से ज्यादा लोग थे, क्या कहीं कोई हिंसा हुई? बताइए बीजेपी कहां हिंसा फैलाती है?”

कुणाल घोष के बयान पर तंज

मिथुन चक्रवर्ती ने टीएमसी नेता कुणाल घोष के हिन्दू-मुस्लिम एकता वाले बयान पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “हिन्दू-मुसलमान एक साथ चल रहे हैं? क्या यह ममता बनर्जी का मॉडल है? आप मजाक कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि रामनवमी भगवान का दिन है और हमें गर्व से कहना चाहिए कि हम सनातनी हैं।

राज्यभर में रामनवमी की धूम

रामनवमी के दिन पूरे बंगाल में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसालें भी देखने को मिलीं। सिलीगुड़ी में मुस्लिम युवाओं ने शोभा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को पानी की बोतलें बांटीं और फूल बरसाए, जो आपसी भाईचारे का एक सुंदर उदाहरण था।

बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने पूर्वी मेदिनीपुर में, जबकि केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार और मिथुन चक्रवर्ती ने बारासात में शोभा यात्रा में भाग लिया।

राज्यपाल ने की पूजा-अर्चना

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कोलकाता के राम मंदिर में पूजा अर्चना की और राज्य में शांति बनाए रखने के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखने वाली एजेंसियों के साथ समन्वय की बात कही।

इसके साथ ही, जादवपुर विश्वविद्यालय में भी रामनवमी का आयोजन किया गया, हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया था।

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