लखनऊ: पुलिस लाइन मैदान में मंगलवार को एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य संभावित हवाई हमले की स्थिति में आम जनता और सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को परखना था। इस ड्रिल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
पुलिस, एनडीआरएफ और मेडिकल टीमें रही सक्रिय
ड्रिल में पुलिस बल के अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीमों ने भी हिस्सा लिया। सभी विभागों ने हमले की स्थिति में अपने-अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए तत्परता से प्रतिक्रिया दी।
सायरन बजते ही लोगों ने जमीन पर ली शरण, घायलों को पहुंचाया गया अस्पताल
शाम सात बजे जैसे ही एयर स्ट्राइक का सायरन बजा, लोगों ने तत्काल जमीन पर लेटकर खुद को सुरक्षित करने का अभ्यास किया। मॉक ड्रिल के दौरान कुछ लोगों को घायल दिखाया गया, जिन्हें एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया।
आगजनी की स्थिति में फायर ब्रिगेड की तत्परता रही सराहनीय
हमले की गंभीरता दिखाने के लिए कुछ घरों में सांकेतिक आग भी लगाई गई। जैसे ही आग की सूचना मिली, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
10 मिनट में पूरी हुई मॉक ड्रिल, सभी प्रोटोकॉल का किया गया पालन
यह पूरी मॉक ड्रिल 10 मिनट के भीतर पूरी की गई। आयोजन की शुरुआत से अंत तक प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया गया, जिससे आपातकालीन स्थिति में त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित हो सके।
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