रांची : मोमेंटम झारखंड (Momentum Jharkhand) का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है। मोमेंटम झारखंड में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सोशल एक्टीविस्ट पंकज यादव ने इस मामले को झारखंड हाईकोर्ट ले जाने की बात कही है। साथ ही उन्होंने सूचना का अधिकार (RTI) के तहत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) से सवाल किया है। गुरुवार को उन्होंने आरटीआई के माध्यम से पूछा है कि इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की गई है?
वर्ष 2020 में दर्ज करायी गयी थी शिकायत
पंकज यादव ने 9 जनवरी 2020 को जनसभा नामक संस्था के बैनर तले शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने “मोमेंटम झारखंड” इवेंट के नाम पर झारखंड की जनता के 100 करोड़ रुपये बर्बाद कर दिए। उनका कहना था कि इस आयोजन में विदेशों में रोड शो, फर्जी कंपनियों से एमओयू साइन करने और अपने चहेतों को इवेंट का ठेका दिलाने जैसे भ्रष्टाचार हुए। उन्होंने दावा किया कि इस इवेंट से न तो राज्य में कोई निवेश आया और न ही झारखंड के युवाओं को रोजगार मिला।
किन-किन पर लगे हैं आरोप?
पंकज यादव ने इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास, तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, सुनील वर्णमाल, के. रवि कुमार और अजय कुमार सहित अन्य लोगों पर जांच और कार्रवाई की मांग की थी।
एसीबी और सीआईडी ने शुरू की थी जांच
शिकायत के बाद एसीबी ने प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज कर जांच शुरू की। बाद में इस मामले को सीआईडी ने भी अपने हाथ में ले लिया। हालांकि, अब तक इस मामले में ठोस परिणाम सामने नहीं आए हैं।
पंकज यादव ने एसीबी से मांगी यह जानकारी
- अब तक मोमेंटम झारखंड मामले में क्या कदम उठाए गए हैं?
- क्या रघुवर दास और राजबाला वर्मा को नोटिस जारी किया गया है?
- अब तक की गई जांच की पूरी रिपोर्ट साझा की जाए।
हाई कोर्ट में ले जाएंगे मामला
पंकज यादव ने यह भी स्पष्ट किया है कि एसीबी से प्राप्त जानकारी को वह झारखंड हाई कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। उनका कहना है कि जनता के पैसे की बर्बादी और भ्रष्टाचार के इस मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।