- हजारों बसों में सवार होकर महिलाएं पहुंची कार्यक्रम स्थल
- सरकार की तरफ से परिवहन और भोजन का था इंतजाम
रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई मंईया सम्मान योजना के तहत राज्यभर से लाखों महिलाएं ट्रेनिंग ग्राउंड खोजाटोली, नामकुम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं। इस कार्यक्रम में राज्य के सीएम हेमंत सोरेन, मंत्री, विधायक और कई वरीय अधिकारी भी पहुंचे। सीएम ने महिलाओं के खाते में राशि ट्रांसफर करने की शुरुआत की।महिलाओं के चेहरे पर खुशी और संतोष स्पष्ट था, क्योंकि इस योजना के तहत उन्हें आर्थिक सहायता पहले से मिल रही थी। अब सरकार ने महिलाओं को मिलने वाली राशि को बढ़ाकर 2500 रुपए कर दिया है। जिससे महिलाएं काफी खुश हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री ने हमारे हाथों को मजबूत किया है। वहीं कुछ उम्मीद भी लगाए बैठी है।
महिलाओं के लिए सरकार बनाए योजनाएं
महिलाओं ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का धन्यवाद किया और सरकार से उम्मीद जताई कि महिलाओं के कल्याण के लिए और योजनाएं बनाई जाएं। महिलाओं ने कहा सरकार ने यह योजना शुरू करके हमारे हाथ मजबूत किए हैं। अब तो राशि भी बढ़ा दी गई है। हम अपने परिवार को बेहतर तरीके से संभालने में सक्षम होंगे।
योजना के तहत मिल रही मदद
मंईया सम्मान योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही थी। अब 2500 रुपए हर महीने खाते में भेजे जाएंगे।मंईया सम्मान योजना ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया है। महिलाएं उम्मीद कर रही हैं कि इस योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता के साथ-साथ सरकार उनके लिए रोजगार और आवास जैसी योजनाएं भी लेकर आएगी।
क्या बोली सम्मान योजना की लाभुक
निखत परवीन बोली हमें इस योजना के बारे में जानकारी एक फार्म के माध्यम से मिली, जिसमें हर महीने 1,000 रुपये मिलने की बात थी। इसके बाद हमने फार्म भर दिया। अब हमें 2500 मिलने की बात हुई है। इसके लिए सरकार का धन्यवाद। अब हम खुद से भी घर के खर्च चला सकते हैं।
प्रियंका पांडेय ने कहा कि इस योजना के बारे में जानकारी मिली। फॉर्म भरने के बाद 1 हजार रुपए मिल रहे थे। अब राशि 2500 रुपए कर दी गई है। घर और अपनी जरूरतों को पूरा करेंगे। हालांकि अभी हमारे खाते में बढ़ी राशि नहीं आई है, लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही यह राशि मिल जाएगी।
पर्वतीया देवी ने सरकार से एक और मांग की। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं के लिए रोजगार की योजना भी जरूरी है। 1,000 रुपये से हमारी मदद हो रही थी। अब 2500 मिलेंगे। लेकिन अगर हमें रोजगार मिले तो हम अपनी जिंदगी को और बेहतर बना सकेंगे। सरकार को इसके लिए भी कदम उठाने की जरूरत है।
प्रतिमा कुमारी ने योजना की सराहना करते हुए कहा, “यह योजना पढ़ाई करने वाली हम जैसी महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत है। अब हम अपने पढ़ाई का खर्च कर सकती हैं। हम सरकार पर विश्वास करती हैं और उम्मीद करती हैं कि वे हमें और मदद देंगे, जैसे कि आवास और रोजगार की योजनाएं।
भारती ने कहा कि वैसे तो सरकार हमें 1 हजार दे रही थी। अब हमें 2500 मिलेंगे। जिससे कि जरूरत के समय हम खुद से खर्च कर सकेंगे। इससे हम मजबूत हुए हैं। चूंकि ये हर महीने मिलेंगे। इस तरह से सरकार ने हम महिलाओं को मजबूत किया है। अब सरकार हमें घर और रोजगार भी दिलाए।
गोबनी कर्मकार बोली सरकार ने हमारे लिए बड़ा कदम उठाया है। आगे भी सरकार से उम्मीद है कि महिलाओं के लिए कुछ बेहतर किया जाएगा। पहले भी सरकार हमें बिना मांगे दे रही थी। अब तो और ज्यादा राशि दी जा रही है। ये हमलोगों के लिए बड़ी मदद हो गई। अगर सरकार रोजगार की संभावनाएं तलाशे तो महिलाओं के हाथ और मजबूत होंगे।