मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार का प्रमुख शहर मुजफ्फरपुर अब तस्करी के लिए एक प्रमुख मार्ग बन चुका है। यहां से नशीले पदार्थ, हथियार, नकली मुद्रा और कीमती धातुओं की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। केंद्रीय एजेंसियों ने इस बढ़ते खतरे को गंभीरता से लिया है और उत्तर बिहार के सभी जिला पुलिस इकाइयों को अलर्ट किया है।
मुजफ्फरपुर: तस्करी का प्रमुख केंद्र
मुजफ्फरपुर, जो पहले शांतिपूर्ण शहर के रूप में जाना जाता था, अब तस्करी के लिए एक प्रमुख मार्ग बन चुका है। यहां से नशीले पदार्थ, हथियार, नकली मुद्रा और कीमती धातुओं की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है।
रेल मार्ग से तस्करी
मुजफ्फरपुर जंक्शन अब तस्करी का प्रमुख केंद्र बन चुका है। यहां से गुजरने वाली ट्रेनों में हेरोइन, गांजा, विदेशी सिगरेट और एके-47 जैसे हथियार की तस्करी की जा रही है। डीआरआई और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में कई बार इन प्रतिबंधित सामग्री की खेप जब्त की गई है।
सड़क मार्ग से तस्करी
सड़क मार्ग भी तस्करों के लिए एक प्रमुख रास्ता बन चुका है। गुप्त सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने हाल ही में वैशाली से मुजफ्फरपुर आ रही एक सफेद कार से 33 कार्टन विदेशी शराब बरामद की। इसके अलावा, विभिन्न थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर शराब की बड़ी खेप जब्त की गई है।
हथियारों की तस्करी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुजफ्फरपुर में एके-47 की तस्करी के मामले में चार्जशीट दायर की है। जांच में पता चला है कि मुजफ्फरपुर, वैशाली और पटना क्षेत्रों में एके-47 जैसे घातक हथियारों की तस्करी हो रही है। यह तस्करी उत्तर-पूर्व और नगालैंड से होकर हो रही है।
नकली मुद्रा की तस्करी
दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने बांग्लादेश से बिहार के रास्ते नकली भारतीय मुद्रा की तस्करी का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में 4 लाख रुपये मूल्य की नकली मुद्रा जब्त की गई और एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, यह रैकेट दिल्ली, एनसीआर और बिहार में सक्रिय था।
नशीले पदार्थों की तस्करी
मुजफ्फरपुर में युवतियों को बहला-फुसलाकर हेरोइन और चरस जैसे नशीले पदार्थों की तस्करी करवाई जा रही है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और पुलिस ने ऐसे गिरोहों का पर्दाफाश किया है, जिनके तार म्यांमार और बांग्लादेश तक जुड़े हुए हैं।
पुलिस की कार्रवाई और चुनौतियां
पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां लगातार तस्करी के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। हाल ही में, पुलिस ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर शराब की बड़ी खेप जब्त की और कई तस्करों को गिरफ्तार किया। हालांकि, तस्करी के नए-नए तरीकों और नेटवर्क के कारण इन गतिविधियों पर पूरी तरह से नियंत्रण पाना चुनौतीपूर्ण हो रहा है।