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Nag Nagin Story : पोकलेन की चपेट में आकर नाग की हुई मौत, घंटों देखती रही नागिन, करती रही विलाप

by Rakesh Pandey
Nag Nagin Story
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शिवपुरी : मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के एक छोटे से गांव में एक दिल को छू लेने वाली घटना घटी, जिसने न केवल स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बनी, बल्कि पूरे इलाके में सुर्खियां बटोर रही है। यहां के छतरी गांव में एक किसान अपने खेत की सफाई के लिए पोकलेन मशीन का इस्तेमाल कर रहा था। इस दौरान मशीन के पंजे की चपेट में आकर एक नाग की मौत हो गई और उसकी साथ वाली नागिन बुरी तरह घायल हो गई। लेकिन इस घटना ने जो सबसे ज्यादा चौंका दिया, वह यह था कि घायल नागिन ने घंटों तक मृत नाग के पास बैठकर विलाप किया और घटनास्थल पर मौजूद भारी भीड़ के बावजूद वह टस से मस नहीं हुई।

क्या है घटना

दरअसल, छतरी गांव के एक किसान ने अपने खेतों की सफाई के लिए पोकलेन मशीन का सहारा लिया था। पोकलेन मशीन जैसे ही एक बिल के ऊपर से गुजरी, उसमें छिपे नाग की अचानक मौत हो गई। इसके साथ ही, नागिन भी बुरी तरह से घायल हो गई। पोकलेन ड्राइवर ने जब यह देखा तो उसने तुरंत मशीन का काम रोक दिया और मृत नाग को वहां से हटाने के लिए नीचे उतरा। लेकिन जैसे ही वह मृत नाग के पास गया, नागिन ने अपना फन फैलाकर उसे चेतावनी दी। ड्राइवर सहम गया और वहां से दूर हट गया।

मौके पर जुटी भीड़

जैसे ही गांव में यह घटना फैलने लगी, वहां भारी भीड़ जमा हो गई। सभी लोग एक चमत्कारी दृश्य देखने के लिए वहां पहुंचे। लोग यह देख कर हैरान थे कि घायल नागिन अपने मृत साथी के पास बैठी हुई थी और वह बिल्कुल भी हिलने-डुलने के लिए तैयार नहीं थी। उसकी आंखों में गहरा शोक और दुख साफ नजर आ रहा था। स्थानीय लोग यह मानने लगे कि शायद यह जोड़ा बहुत सालों से साथ था और नागिन के लिए अपने साथी की मौत का यह दृश्य असहनीय था।

सर्प मित्र का आना और नागिन का इलाज

इस मौके पर गांववालों ने तुरंत सर्प मित्र सलमान पठान को बुलवाया। सलमान पठान जैसे ही मौके पर पहुंचे, उन्होंने घायल नागिन को प्राथमिक उपचार दिया। उनकी समझदारी और साहसिकता की वजह से नागिन को कुछ राहत मिली और अंततः उसे जंगल में छोड़ दिया गया, जिससे वह फिर से अपनी प्राकृतिक स्थिति में लौट सके।

सलमान पठान ने बताया कि यह जोड़ा करीब 16-17 साल से एक साथ था। उनके मुताबिक, सर्दियों के मौसम में सर्प जमीन के अंदर रहते हैं और यह जोड़ा भी शायद उसी समय अपने बिल में था, जब पोकलेन मशीन चल रही थी। पठान ने यह भी बताया कि नागिन को अपने साथी की मौत का गहरा सदमा लगा और वह घंटों वहां बैठकर उसे खोने का शोक मना रही थी।

प्रेम और शोक का अनोखा दृश्य

यह घटना केवल एक अद्भुत प्राकृतिक घटना नहीं थी, बल्कि यह प्रेम और शोक की एक गहरी कहानी भी थी। नाग और नागिन का जोड़ा, जो 16-17 साल से साथ था, एक दूसरे के प्रति अपनी निर्भरता और लगाव को साबित कर रहा था। नागिन का घंटों तक अपने साथी के पास बैठना, उसके मरने के बाद भी उसके साथ रहना, प्रेम का एक अद्वितीय उदाहरण था। यह घटना बताती है कि पशु-पक्षी भी अपने साथी के प्रति इतना गहरा प्रेम और सहानुभूति महसूस कर सकते हैं।

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