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Nagpur Violence : मास्टरमाइंड फहीम खान के भाषण के बाद भड़के थे उपद्रवी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

अब तक की गई पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियों से यह साफ है कि नागपुर में हुई हिंसा को किसी साजिश के तहत भड़काया गया था।

by Rakesh Pandey
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नागपुर : सोमवार को महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा ने शहर को झकझोर कर रख दिया। इस हिंसा में कई लोग घायल हुए थे और पुलिस पर भी पत्थरबाजी की घटना सामने आई थी। पुलिस ने इस हिंसा के पीछे का मास्टरमाइंड फहीम खान का नाम लिया था। उसे ही इस हिंसा को भड़काने का जिम्मेदार ठहराया गया है। पुलिस ने फहीम खान को गिरफ्तार कर लिया है। वह 21 मार्च तक पुलिस हिरासत में रहेगा।

कौन है फहीम खान

पुलिस की ओर से की गई जांच के अनुसार, फहीम खान ने ही इस हिंसा की शुरुआत की। वह माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर अध्यक्ष है और नागपुर के यशोधरा नगर स्थित संजय बाग कॉलोनी में रहता है। फहीम खान ने एक भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद भीड़ ने पुलिस स्टेशन पर इकट्ठा होकर हिंसा की और पुलिस पर पत्थरबाजी की। यह घटना पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में भी उजागर हुई है।

महिला पुलिसकर्मी के साथ की गई थी छेड़खानी


पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर में यह कहा गया है कि हिंसा के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी के साथ छेड़खानी की भी कोशिश की गई थी। फहीम खान पहले भी विवादों में घिर चुका है, और उसने 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था, हालांकि उसे साढ़े छह लाख वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।

पुलिस का दावा: कश्मीर पैटर्न पर हुई पत्थरबाजी

महाराष्ट्र गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, नागपुर हिंसा के दौरान पत्थरबाजी की घटना कश्मीर पैटर्न पर हुई थी, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस कमिश्नर रविंद्र कुमार सिंघल ने बताया कि घटना के बाद से ही नागपुर के संवेदनशील इलाकों में 2000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, दंगा नियंत्रण पुलिस और क्विक रिस्पांस टीम (QRT) को भी स्थिति को काबू में करने के लिए तैनात किया गया है।

किसी ने फैलाई अफवाह, उग्र हो गई भीड़

नागपुर में भड़की इस हिंसा के पीछे मुख्य कारण एक अफवाह को माना जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, कुछ संगठन औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, और उसी बीच अफवाह फैल गई कि एक धार्मिक ग्रंथ को जलाया गया है। इस अफवाह के फैलने के बाद, हिंसा भड़क गई और स्थिति बिगड़ती चली गई। हिंसा के बाद पुलिस ने पांच एफआईआर दर्ज की हैं और 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।

फहीम खान पर लगे आरोप

फहीम खान पर आरोप है कि उसने धार्मिक दुश्मनी को बढ़ावा देने का प्रयास किया और इसके जरिए सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की। पुलिस के अनुसार, उसने भीड़ को उकसाकर कुल्हाड़ी, पत्थर, लाठियां और अन्य खतरनाक हथियारों के साथ आतंक फैलाने की कोशिश की। पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि फहीम खान द्वारा इकट्ठा की गई भीड़ ने हिंसा और उत्पात मचाया, जो एक सुनियोजित योजना का हिस्सा प्रतीत होता है।

पुलिस की कार्रवाई, अब तक 50 गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करते हुए अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच प्रक्रिया जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस पूरे घटनाक्रम की गहरी जांच कर रहे हैं ताकि हिंसा के सभी आरोपियों को पकड़ा जा सके।

इस मामले में अब तक की गई पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियों से यह साफ है कि नागपुर में हुई हिंसा को किसी साजिश के तहत भड़काया गया था। फहीम खान की गिरफ्तारी इस बात का संकेत है कि पुलिस इस मामले में कठोर कदम उठा रही है और शहर में शांति बहाली की दिशा में काम कर रही है।

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