Home » Institute for Education College में मना नेशनल साइंस डे, छात्रों ने जाना विज्ञान और नवाचार का महत्व

Institute for Education College में मना नेशनल साइंस डे, छात्रों ने जाना विज्ञान और नवाचार का महत्व

- ISRO का उदाहरण देते हुए फादर विनसेंट विनोद फर्नांडिस ने छात्रों को किया प्रेरित।

by Anand Mishra
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

जमशेदपुर : सरायकेला स्थित इंस्टीट्यूट फॉर एजुकेशन (IFE) महाविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि लोयला स्कूल के प्रिंसिपल फादर विनसेंट विनोद फर्नांडिस एसजे ने छात्रों को विज्ञान के महत्व से अवगत कराया और उन्हें वैज्ञानिक सोच अपनाने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने कॉलेज परिसर, शैक्षणिक वातावरण और छात्रों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थित होने के बावजूद संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है, जो किसी चुनौती से कम नहीं।

प्रतियोगिताओं में छात्रों की भागीदारी

कार्यक्रम में विज्ञान से जुड़ी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इन प्रतियोगिताओं में मॉडल प्रदर्शनी, पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध लेखन, विज्ञान क्विज, भाषण प्रतियोगिता और पीपीटी प्रेजेंटेशन शामिल था। इन प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

  • चार्ट प्रतियोगिता : प्रथम – मेघा पांडे, द्वितीय – लक्ष्मी महतो, तृतीय – मीना कुमारी
  • मॉडल प्रतियोगिता : प्रथम – सिद्धांत पानी, द्वितीय – अंजु प्रधान, तृतीय – कलावती पान
  • विशेष सम्मान : नीता सोम और हिमांशु दास को उनके विज्ञान के प्रति जिज्ञासा और उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी गई।

फादर फर्नांडिस ने बड़े सपने देखने के लिए किया प्रेरित

फादर विनसेंट विनोद फर्नांडिस ने चंद्रयान मिशन का उदाहरण देते हुए भारत के विज्ञान और अंतरिक्ष अन्वेषण में बढ़ती प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे भारत ने ISRO के माध्यम से वैश्विक स्तर पर विज्ञान में अपनी पहचान बनाई है।

अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि वह एक छोटे से गाँव से आते हैं और शुरुआती दिनों में अंग्रेजी भी नहीं जानते थे, लेकिन मेहनत और लगन से उन्होंने शिक्षा प्राप्त की और समाज की सेवा में जुट गए। उनका यह प्रेरक संदेश छात्रों को मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

2025 साइंस डे थीम : ‘विकसित भारत’ के लिए नवाचार

इस वर्ष नेशनल साइंस डे 2025 का थीम “विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना” था। इस पर आईएफई की प्रिंसिपल डॉ. स्वीटी सिन्हा ने प्रकाश डाला।

दीप प्रज्वलन और पारंपरिक स्वागत

इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। महाविद्यालय के निदेशक आरएन महान्ती ने स्वागत भाषण दिया। मुख्य अतिथि का स्वागत पारंपरिक संगीत और नृत्य से किया गया और उन्हें पुष्पगुच्छ, साल और स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर डॉ. ओम प्रकाश, श्रावणी मुखर्जी, इंदु कुमारी, सुमन कुमारी, डॉ. वंदना कुमारी, सिक्की कुमारी, माधुरी कुमारी, अर्चना, प्रियंका कुमारी, निशा रानी, रश्मी शर्मा, नम्रता श्रीवास्तव, निशांत बोरकर समेत कई शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

Related Articles