पलामू (झारखंड): पलामू जिले के तरहसी थाना क्षेत्र में नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC) और सुरक्षा बलों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में पुलिस ने भारी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद किया है। पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर व्यापक सर्च अभियान चलाया है।
10 लाख के इनामी शशिकांत गंझू के नेतृत्व में सक्रिय था दस्ता
पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी का एक दस्ता 10 लाख के इनामी कमांडर शशिकांत गंझू के नेतृत्व में तरहसी क्षेत्र में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना मिलते ही एएसपी अभियान राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इलाके में सर्च अभियान शुरू किया।
मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने दिया मुंहतोड़ जवाब
जैसे ही पुलिस टीम सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों के करीब पहुंची, टीएसपीसी के उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलीबारी की। इस दौरान दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके से बड़ी मात्रा में नक्सली सामग्री, दस्तावेज और एक डायरी बरामद की है।
इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, सर्च ऑपरेशन जारी
पलामू की पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि क्षेत्र में सघन सर्च अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की कई टीमों ने पूरे इलाके की घेराबंदी की है, ताकि फरार नक्सलियों की धरपकड़ की जा सके।
शशिकांत गंझू – नक्सली संगठन टीएसपीसी का नया सरगना
उल्लेखनीय है कि टीएसपीसी के पूर्व शीर्ष नेता आक्रमण गंझू की गिरफ्तारी के बाद शशिकांत गंझू ने संगठन की कमान संभाली है। शशिकांत पर पलामू क्षेत्र में दर्जनों नक्सली वारदातों को अंजाम देने का आरोप है। पुलिस की नजरें लंबे समय से इस इनामी उग्रवादी पर टिकी हुई थीं।
बरामद सामग्री में क्या है शामिल
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने जो सामग्री बरामद की है, उसमें नक्सल दस्तों की ओर से उपयोग में लाए जानेवाले संचार यंत्र, संदिग्ध दस्तावेज, बैग, सोलर प्लेट, मेडिकल किट, और एक डायरी शामिल है। बरामद डायरी से संगठन की अंदरूनी गतिविधियों और भविष्य की योजनाओं की जानकारी मिलने की संभावना जताई जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, संभावित हमलों को लेकर अलर्ट
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यह मुठभेड़ नक्सली गतिविधियों पर बड़ा प्रहार है। पलामू और आस-पास के जिलों में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है ताकि नक्सली संगठनों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा सके।