Jamshedpur (Jharkhand) : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने आखिरकार देश भर के मेडिकल उम्मीदवारों का इंतजार खत्म करते हुए नीट यूजी 2025 का परिणाम जारी कर दिया है। इस साल अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए कुल 2,09,318 उम्मीदवारों ने यह प्रतिष्ठित परीक्षा दी थी, जिसमें से 12,36,531 उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की है।
लड़कियों ने भी मारी बाजी
परीक्षा में शामिल होने वाली लड़कियों की संख्या 12,71,896 थी, जिनमें से 7,22,462 क्वालीफाई हुई हैं। वहीं, 9,37,411 लड़कों में से 5,14,063 ने सफलता का परचम लहराया है। इसके अलावा, थर्ड जेंडर के 11 उम्मीदवारों में से 06 ने भी इस परीक्षा में क्वालीफाई किया है।
राजस्थान के महेश कुमार बने नेशनल टॉपर
पूरे देश में टॉप करने का गौरव राजस्थान के महेश कुमार ने हासिल किया है, जिन्होंने 99.9999547 पर्सेंटाइल प्राप्त किए हैं। मध्य प्रदेश के उत्कर्ष अवधिया 99.999095 पर्सेंटाइल के साथ दूसरे स्थान पर रहे, जबकि महाराष्ट्र के कृषांग जोशी ने 99.9998189 पर्सेंटाइल के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
झारखंड के हिमांशु बने स्टेट टॉपर
वहीं, अगर झारखंड की बात करें तो गिरिडीह जिले के सरिया निवासी हिमांशु कुमार ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा जारी देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG 2025 के परिणाम में हिमांशु ने झारखंड में पहला स्थान हासिल किया है। उन्होंने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 134वां रैंक प्राप्त कर पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है। यह परीक्षा 4 मई को आयोजित की गई थी, जिसमें लाखों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था।
पहले भी लहराया था सफलता का परचम
यह पहली बार नहीं है जब हिमांशु ने अपनी शैक्षणिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। वे वर्ष 2025 के झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) साइंस की परीक्षा में भी झारखंड के तीसरे टॉपर रहे थे। इस दोहरी सफलता ने उन्हें प्रदेश का एक चमकता सितारा बना दिया है।
पिता चलाते हैं बिजली की दुकान
हिमांशु के पिता का नाम ओम प्रकाश पंडित है और वे सरिया में ही बिजली की दुकान चलाते हैं। एक छोटे से कस्बे से निकलकर राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करना हिमांशु की कड़ी मेहनत और लगन का परिचायक है।
शुरुआती शिक्षा से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक सफलता
हिमांशु ने अपनी 10वीं तक की शिक्षा सरिया के डीएवी स्कूल से प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने 12वीं की पढ़ाई बिष्णुगढ़ कॉलेज से पूरी की, जहां उन्होंने JAC 12वीं की परीक्षा में भी तीसरा स्थान हासिल कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। अब NEET UG 2025 में झारखंड टॉपर बनकर उन्होंने अपनी शैक्षणिक यात्रा में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ लिया है। उनकी इस सफलता से सरिया और पूरे गिरिडीह जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है।
कटऑप में 18 अंकों की कमी
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा जारी नीट यूजी 2025 के परिणामों के बाद विशेषज्ञों ने क्वालिफाइंग कट-ऑफ का विश्लेषण किया है। इस साल कट-ऑफ में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है, जिससे कई उम्मीदवारों को राहत मिल सकती है। सामान्य वर्ग और ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के लिए क्वालिफाइंग कट-ऑफ में इस बार 18 अंकों की कमी आई है, जो पिछले वर्ष 162 अंक थी, वह इस बार गिरकर 144 अंक हो गई है।
ओबीसी, एससी, एसटी कट-ऑफ में भी गिरावट
सिर्फ सामान्य वर्ग ही नहीं, बल्कि अन्य आरक्षित वर्गों के क्वालिफाइंग कट-ऑफ में भी गिरावट देखने को मिली है। ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग), एससी (अनुसूचित जाति), और एसटी (अनुसूचित जनजाति) कैटेगरी के लिए क्वालिफाइंग कट-ऑफ में 14 अंकों की कमी आई है। इन वर्गों के लिए पिछले साल कट-ऑफ 127 अंक था, जो इस साल घटकर 113 अंक रह गया है।
कठिन प्रश्न पत्र बना गिरावट का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल के प्रश्न पत्र का पिछले 10 वर्षों में सबसे कठिन होना कट-ऑफ में इस गिरावट का मुख्य कारण है। प्रश्न पत्र की कठिनाई के कारण कई उम्मीदवार सभी प्रश्नों को हल करने में सफल नहीं हो पाए, जिसका सीधा असर क्वालिफाइंग कट-ऑफ पर पड़ा है। खासकर फिजिक्स का पेपर इस बार उम्मीदवारों के सिलेक्शन और रैंक निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हुआ देखा जा रहा है।
तीन वर्षों का क्वालिफाइंग कट-ऑफ
जनरल एवं ईडब्ल्यूएस-कैटेगरी
- वर्ष-2025 : 144 /720 अंक
- वर्ष-2024 : 162/720 अंक
- वर्ष-2023 : 137/720 अंक
- वर्ष-2022 : 117/720 अंक
ओबीसी, एससी एवं एसटी-कैटेगरी
- वर्ष-2024 : 127 /720 अंक
- वर्ष-2025 : 113 /720 अंक
- वर्ष-2023 : 107/720 अंक
- वर्ष-2022 : 93/720 अंक
क्वालीफाई करने वाले छात्रों की संख्या
विशेषज्ञों के अनुसार, नीट यूजी 2025 के परीक्षा परिणाम में रिकॉर्ड 12,36,531 विद्यार्थियों ने क्वालीफाई किया है। हालांकि, यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ी कम है। पिछले वर्ष 2024 में 13,15,853 विद्यार्थियों ने क्वालीफाई किया था, इस वर्ष यह आंकड़ा 79,322 कम है।
अंग्रेजी माध्यम का दबदबा
इस बार भी नीट यूजी की परीक्षा में सबसे ज्यादा 18,22,410 कैंडिडेट्स ने अंग्रेजी माध्यम को चुना, जबकि सबसे कम 943 कैंडिडेट्स ने उर्दू माध्यम से परीक्षा दी।
लिंगानुपात में लड़कियों का दबदबा बरकरार
अगर लिंगानुपात की बात करें तो इस वर्ष भी महिला उम्मीदवारों ने बाजी मारी है। क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवारों में 7,22,462 महिला उम्मीदवार हैं, जबकि 5,14,063 पुरुष उम्मीदवार हैं। इसके अलावा, 06 ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों ने भी इस प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पंजीकरण
नीट यूजी 2025 परीक्षा में उम्मीदवारों की संख्या के अनुसार सबसे आगे उत्तर प्रदेश राज्य रहा, जहां 3,41,491 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 3,33,088 उपस्थित हुए और 1,70,684 क्वालीफाई हुए। सबसे कम उम्मीदवार लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश से थे, जहां 260 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया, 236 उपस्थित हुए और 154 क्वालीफाई हुए। राजस्थान में 1,80,637 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, 1,76,181 उपस्थित हुए और 1,19,865 क्वालीफाई हुए।
जल्द शुरू होगी काउंसलिंग
जानकारी के अनुसार, नीट यूजी रिजल्ट 2025 के घोषित होने के बाद कॉलेज आवंटन के लिए काउंसलिंग आयोजित की जाएगी। इसकी आधिकारिक अधिसूचना राष्ट्रीय स्तर पर मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) और राज्य स्तर पर स्टेट मेडिकल काउंसलिंग कमेटी अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी करेगी। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आगे की जानकारी के लिए इन वेबसाइटों पर नियमित रूप से अपडेट देखते रहें।