मुंबई : भारतीय शेयर बाजार में सोमवार की सुबह नकारात्मक रुख देखा गया, जैसा कि पहले से ही अनुमानित था, बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही गिरावट के साथ खुले। सुबह 9:15 बजे सेंसेक्स 202.92 अंकों या 0.25 प्रतिशत की कमी के साथ 79,521.20 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 50 ने 100.10 अंकों या 0.41 प्रतिशत गिरकर 24,204.25 का स्तर छू लिया।
शुरुआती कारोबार में स्टॉक्स का प्रदर्शन
शुरुआती सत्र में निफ्टी पर कुछ शेयरों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया, जिनमें महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम), सिप्ला, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और एचडीएफसी लाइफ शामिल हैं। जबकि दूसरी ओर, सन फार्मा, बजाज ऑटो, इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडानी पोर्ट्स जैसे शेयर नुकसान में रहे। इस प्रकार, बाजार में असमानता का माहौल देखने को मिला।
एचसीएल टेक की नई पहल
एचसीएल टेक ने हाल ही में सिंगापुर आर्थिक विकास बोर्ड के साथ साझेदारी में सिंगापुर में नई एआई/क्लाउड नेटिव लैब की स्थापना की घोषणा की है। यह कदम टेक्नोलॉजी क्षेत्र में कंपनी की आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और वैश्विक स्तर पर उसकी उपस्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वेलस्पन कॉर्प का बड़ा ऑर्डर
वेलस्पन कॉर्प ने प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजनाओं के लिए अमेरिका में 1300 करोड़ रुपये के दो बड़े ऑर्डर प्राप्त करने की जानकारी दी है। यह कंपनी की विकास क्षमता और विदेशी बाजारों में उसकी प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है, जो भारतीय कंपनियों के लिए सकारात्मक संकेत है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा की रिकॉर्ड बिक्री
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अक्टूबर में 96,648 वाहन की बिक्री के साथ अपनी सर्वश्रेष्ठ मासिक बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है। यह पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि पिछले साल अक्टूबर में डीलरों को 80,679 वाहन बेची गई थीं। यूटिलिटी वाहन खंड में, महिंद्रा ने घरेलू बाजार में 54,504 उत्पाद बेचीं, जो एक साल पहले की अवधि में 43,708 उत्पादों या प्रोडक्ट से 25 प्रतिशत अधिक है। निर्यात सहित कुल यात्री वाहन थोक बिक्री 55,571 इकाई रही।
बाजार की सामान्य स्थिति
सोमवार को बाजार की स्थिति विभिन्न कारकों से प्रभावित हो रही है, जिसमें वैश्विक आर्थिक स्थिरता की चिंता, बढ़ती मुद्रास्फीति और ब्याज दरों की वृद्धि शामिल हैं। इन कारणों से निवेशकों में अनिश्चितता बढ़ गई है, जिससे वे सावधानी बरतने को मजबूर हैं। हालांकि, कुछ कंपनियों के सकारात्मक समाचारों ने बाजार में हल्का उत्साह भरा है।