नयी दिल्ली। भारत में 2030 तक सालाना एक करोड़ इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बिक्री होने की उम्मीद है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री Nitin Gadkari ने यह अनुमान जताते हुए कहा कि इससे करीब पांच करोड़ नौकरियां पैदा होंगी। उन्होंने 19वें ईवी एक्सपो 2023 को संबोधित करते हुए कहा कि वाहन आंकड़ों के अनुसार भारत में 34.54 लाख ईवी पहले ही पंजीकृत हैं।
Nitin Gadkari ने कहा:
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री Nitin Gadkari ने जोर देकर कहा कि भारत में दुनिया का शीर्ष ईवी विनिर्माता बनने की क्षमता है और सरकार स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। Nitin Gadkari ने कहा कि सरकार ने मौजूदा प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को हाइब्रिड और पूरी तरह से ईवी में बदलने की अनुमति दी है। उन्होंने बताया कि इसके लिए नियमों को अंतिम रूप दे दिया गया है और प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन सफलतापूर्वक किया गया है। Nitin Gadkari ने कहा कि सरकार का इरादा सार्वजनिक परिवहन और लॉजिस्टिक में तेजी से ईवी को बढ़ावा देने का है।
टीएसीएल बोर्ड ने निप्पॉन लीकलेस टॉलब्रोस में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश को दी मंजूरी
वाहन कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी टीएससीएल के निदेशक मंडल ने निप्पॉन लीकलेस टॉलब्रोस संयुक्त उद्यम में अपनी पूरी 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश को मंजूरी दे दी है। टॉलब्रोस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स लिमिटेड (टीएसीएल) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। टीएसीएल ने बयान में कहा कि उसके हिस्सेदारी बेचने के बाद निप्पॉन लीकलेस के पास संयुक्त उद्यम कंपनी की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
कंपनी ने 2005 में निप्पॉन लीकलेस के साथ संयुक्त उद्यम का गठन किया था, जिसमें दोनों की भागीदारी क्रमशः 40 प्रतिशत और 60 प्रतिशत थी। संयुक्त उद्यम कंपनी दोपहिया वाहनों के लिए मूल उपकरण बनाती है। टीएसीएल के संयुक्त प्रबंध निदेशक अनुज तलवार ने कहा कि व्यवसाय की रणनीतिक समीक्षा के बाद निदेशक मंडल ने निप्पॉन लीकलेस टॉलब्रोस में अपनी पूरी 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश को मंजूरी दे दी है। टॉलब्रोस ऑटोमोटिव ने कहा कि संयुक्त उद्यम कंपनी का मूल्य 204.5 करोड़ रुपये है और उसे हिस्सेदारी बिक्री से 81.8 करोड़ रुपये मिलेंगे।