स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान नीतीश कुमार रेड्डी ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से इतिहास रच दिया है। ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट सीरीज खेल रहे नीतीश ने एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया है, जिसे भारतीय क्रिकेट में लंबे समय तक याद रखा जाएगा। इस सीरीज में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट सीरीज के दौरान सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
नीतीश कुमार रेड्डी का ऐतिहासिक रिकॉर्ड
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच में नीतीश कुमार रेड्डी ने अब तक 8 छक्के लगाए हैं, जिससे उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के दौरान सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड स्थापित किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड माइकल वॉन (2002-2003 एशेज सीरीज) और क्रिस गेल (2009-2010) के पास था, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में 8-8 छक्के लगाए थे। अब नीतीश रेड्डी इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर चुके हैं और वह ऑस्ट्रेलिया में किसी मेहमान बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
रेड्डी का शानदार प्रदर्शन : भारत के संकटमोचन
नीतीश कुमार रेड्डी की बल्लेबाजी ने इस सीरीज में भारतीय टीम को मुश्किल समय से बाहर निकाला है। जब भी भारतीय टीम मुश्किल स्थिति में रही, रेड्डी ने अपनी कड़ी मेहनत और बेहतरीन बल्लेबाजी से टीम को संकट से उबारा। मेलबर्न टेस्ट में भी जब भारतीय टीम दबाव में थी, तब रेड्डी ने नाबाद 85 रन की पारी खेलकर भारत को मजबूत स्थिति में ला दिया। उनके निरंतर अच्छे प्रदर्शन ने भारतीय टीम की उम्मीदों को जीवित रखा और उन्हें एक संकटमोचन के रूप में स्थापित किया।
रेड्डी की बल्लेबाजी इस सीरीज में इतनी प्रभावशाली रही है कि उन्होंने 41, 38*, 42, 42, 16 और नाबाद 85 रनों की पारियां खेली हैं। इस दौरान, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला अर्धशतक भी बनाया। इस प्रकार, उनकी बल्लेबाजी न केवल रन बनाने में सक्षम रही है, बल्कि वह टीम की जरूरत के समय पर परफॉर्म करने में भी सफल रहे हैं।
एक बेहतरीन ऑलराउंडर के तौर पर नीतीश की पहचान
नीतीश कुमार रेड्डी ने अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया है कि वह केवल एक बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि एक बेहतरीन ऑलराउंडर भी हैं। उन्होंने 200 से ज्यादा रन बनाए हैं और अपनी बल्लेबाजी से इस सीरीज में भारतीय टीम के लिए अहम योगदान दिया है। रेड्डी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ जिस प्रकार से खेला, वह सचमुच काबिलेतारीफ है। उनकी बैटिंग तकनीक और मानसिक दृढ़ता ने उन्हें एक शक्तिशाली बल्लेबाज और ऑलराउंडर के रूप में पहचान दिलाई है।
कुल मिलाकर, नीतीश कुमार रेड्डी का यह प्रदर्शन न केवल भारतीय क्रिकेट में उनकी महत्वपूर्ण स्थिति को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि वह भविष्य में भारत के लिए एक बेहतरीन खिलाड़ी बन सकते हैं। उनके रिकॉर्ड और लगातार अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें न केवल भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान आकर्षित किया है, बल्कि दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के बीच भी चर्चा का विषय बना दिया है। अब उनका लक्ष्य आगामी टेस्ट मैचों में और अधिक छक्के लगाकर इस रिकॉर्ड को और मजबूत करना होगा, और वह यह करने में सक्षम हैं।