रांची : पिठोरिया पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने कुख्यात अपराधी सजाउद्दीन को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने सजाउद्दीन को कांके थाना क्षेत्र से दबोचा है। सजाउद्दीन पर दर्जनों मामले दर्ज हैं। कई केस में वह फरार चल रहा था। इस बीच पिठोरिया पुलिस को उसकी सूचना मिली। पुलिस जैसे ही अपराधी सजाउद्दीन को पकड़ने कांके पहुंची, वह दुम दबाकर भागने लगा। इस दौरान उसने पुलिस पर भी हमला किया। इसके बाद पुलिस ने उसे खदेड़कर पकड़ लिया। जिसके बाद पुलिस उसे पिठोरिया थाना ले गई। जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, सजाउद्दीन अपना वेश बदलकर कांके थाना क्षेत्र के इलाके में छुपा था। पुलिस ने बताया कि पिछले एक महीने में रांची के अलग-अलग थानों में सजाउद्दीन पर गंभीर धाराओं में तीन मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें रंगदारी, जानलेवा हमला, लूटपाट, मारपीट व अन्य शामिल हैं। गिरफ्तारी नहीं होने से सजाउद्दीन का मनोबल बढ़ता जा रहा था। रंगदारी, जमीन पर कब्जा, मारपीट जैसे घटनाओं को सजाउद्दीन लगातार अंजाम दे रहा था। सजाउद्दीन को पुलिस ने जिलाबदर भी किया था।
दर्जनों कांड में वंछित है कुख्यात सजाउद्दीन
कुख्यात सजाउद्दीन पर रांची के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। पिठोरिया थाना में 12/19, 97/20, 128/20, 22/2022, 135/23, 12/24, 33/24, 46/24, 135/24 व लोअर बाजार थाना में 314/24 कांड संख्या दर्ज हैं। सभी मामले में गंभीर घाराएं हैं। जानकारी के अनुसार, सजाउद्दीन घटना को अंजाम देने के बाद पैसे का लालच देकर केस को मैनेज कर लेता था।
पैदल परेड करा सकती है पुलिस
सूत्रों से खबर है कि कुख्यात सजाउद्दीन को पुलिस गिरफ्तार करने के बाद हथकड़ी लगाकर पिठोरिया थाना से पैदल परेड कराते हुए कोर्ट ले जाएगी। ताकि इलाके की शांति भंग करने वाले हर अपराधी को सबक मिलेगी। बताते चलें कि एसएसपी चंदन सिन्हा ने कुख्यात जमीन कारोबारियों और अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पैदल परेड की परिपाटी शुरू की थी। इसके बाद से कुख्यातों के पकड़े जाने बाद ऐसी कार्रवाई जारी है।
पुलिस के प्रति जगा विश्वास
कुख्यात अपराधी सजाउद्दीन की गिरफ्तारी के बाद लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास जगा है। जानकारी के अनुसार, सजाउद्दीन से कांके और पिठोरिया के ग्रामीण काफी परेशान थे। इससे तंग आकर ग्रामीणों ने कई बाद पिठोरिया थाना का घेराव भी किया था। सजाउद्दीन को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया था। इस दौरान थानेदार गौतम कुमार रॉय पर भी कुख्यात सजाउद्दीन को संरक्षण देने का आरोप लगाया गया था।
कुछ यूट्यूबर भी दे रहे थे संरक्षण
कुख्यात अपराधी सजाउद्दीन को कुछ यूट्यूबर भी संरक्षण है। पुलिस और न्यायालय की कार्रवाई पर तथाकथित यूट्यूबर अनावश्यक सवाल उठाते थे। कुख्यात अपराधी सजाउद्दीन को एक समाजसेवी का दर्जा देने में जुटे थे। इस लेकर रांची सिविल कोर्ट में कंप्लेन केस भी दर्ज कराया गया है।
संगदिध नागरिकों को जुटाकर बनाया है गिरोह
जानकारी के अनुसार, सुजाउद्दीन ने संगदीध नागरिकों को जुटाकर एक गिरोह बनाया है। गिरोह के लोगों को किसी भी कानूनी कारवाई का डर नहीं है। सभी लोग ने 4-5 फोर व्हीलर में गैंग बनाकर घूमते हैं। नशा करने के बाद जब चाहे किसी को भी अगवाह कर लेते हैं। किसी के भी साथ मारपीट कर देते हैं। सभी के खिलाफ पूर्व से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसे लेकर सीआईडी, रांची पुलिस व अन्य जगहों पर कंप्लेन किया गया है।
रंगदारी के लिए किया था जानलेवा हमला
बीते 18 दिसंबर को कुख्यात अपराधी सजाउद्दीन और उसके गुर्गों ने जानलेवा हमला की घटना को अंजाम दिया था। घटना को लेकर सफदर सुल्तान ने कोकदोरो निवासी सजाउद्दीन अंसारी, शाहिद अंसारी उर्फ छोटू उर्फ तारीफ अंसारी, रमीज अंसारी, इरशाद अंसारी, खालिक अंसारी, बबलू उर्फ अर्सलान अंसारी, समशाद अंसारी, शहबाज अंसारी, और उपरकोनकी निवासी साहिल अंसारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अपराधी महिंद्रा थार (जेएच-01-एफएफ-1471) और बलेनो कार (जेएच-01-एफबी-3929) में सवार होकर पहुंचे थे।
कुख्यात अपराधियों के घर पुलिस ने चस्पा किया था इश्तेहार
पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद कुख्यात सजाउद्दीन व उसके गुर्गे अंडरग्राउंड हो गए थे। इसके बाद बीते 20 दिसंबर को सजाउद्दीन के अलावा शाहिद उर्फ छोटू, और नैयर के घर पुलिस ने इश्तिहार चश्पा किया था। पुलिस ने एक सेना के जवान से ठगी करने के मामले में यह कार्रवाई की थी।
हजारीबाग से चकमा देकर फरार हो था कुख्यात सजाउद्दीन
बीते 24 दिसंबर को पुलिस को सजाउद्दीन और उसके गुर्गे की हजारीबाग में छुपने की सूचना मिली थी। सजाउद्दीन और उसके गुर्गे को गिरफ्तार करने पुलिस जैसे पहुंची, सभी अपराधी भाग खड़े हुए। पीछा करने के दौरान सभी अपराधी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। इस दौरान थार (जेएच-01-एफएफ-1471) को चौपारण स्थित एक पेटोल पम्प के पास छोड़कर भाग गए। पुलिस ने थार को जब्त कर लिया था।
22 नवंबर को रंगदारी के लिए किया था जानलेवा हमला
बीते 22 नवंबर को कांके थाना क्षेत्र में पिठोरिया निवासी आजाद अंसारी पर कुख्यात अपराधी सुजाउद्दीन अंसारी सहित आठ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया था। इसमें आजाद बुरी तरह जख़्मी हो गया। इस मामले में पीड़ित युवक आजाद ने कांके थाना में आठ नामजद पर एफआईआर दर्ज कराया था। इसमें सुजाउद्दीन अंसारी, साहिद अंसारी, फारूक अंसारी, इरशाद अंसारी, बबलू अंसारी, साहिल अंसारी, अजय राम और सौरभ कुमार को आरोपी बनाया गया था।
कोर्ट के बाहर से पकड़ाया, चकमा देकर हुआ फरार
जानकारी के अनुसार, 12 दिसंबर को कुख्यात सजाउद्दीन अपने गुर्गों के साथ कोर्ट पहुंचा था। दरअसल, सजाउद्दीन पर दर्ज कई मामलों की सुनवाई कोर्ट में चल रही है। कांके थाना में दर्ज केस नंबर 328/2024 में सजाउद्दीन ने कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी। इसी केस में जमानत पाने के लिए सजाउद्दीन अपने गुर्गों के साथ पहुंचा था। इसकी भनक पुलिस को लगी। सजाउद्दीन को गिरफ्तार करने भी पुलिस पहुंची। उसे कोर्ट के बाहर हिरासत में भी लिया गया। लेकिन, पुलिस को चकमा देकर वह भाग गया।
दो बार ग्रामीणों ने घेरा था थाना
कुख्यात सजाउद्दीन के बढ़ते आतंक से ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा था। उसके आतंक से त्रस्त होकर ग्रामीणों ने दो बार पिठोरिया थाना का घेराव किया था। जहां कई घंटों तक ग्रामीण आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग लेकर बवाल काटा गया था। दोनों बार थानेदार के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए थे।