रांची : रिम्स कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी विभाग में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की सफल ओपन हार्ट सर्जरी की गई है। इस सर्जरी के माध्यम से मरीज के खराब आर्टिक वाल्व को बदला गया, जो आर्टिक स्टेनोसिस के कारण खराब हो गया था। यह एक गंभीर हृदय समस्या है, जिसमें आर्टा का आकार बढ़ जाता है और समय के साथ उसकी दीवारों में पतलापन आ जाता है। इसके साथ ही मरीज को ऑर्टिक वाल्व बाइक्सपिड भी था। जिसमें आर्टिक वाल्व में सामान्य तीन के बजाय दो कस्प होते हैं। ऐसे मामलों में वॉल्व के खराब होने का खतरा अधिक होता है।

क्या हो रही थी समस्या
मरीज पिछले कुछ सालों से सांस फूलने, बार-बार चक्कर आने और तेज धड़कन की समस्या से जूझ रहे थे। इसके बाद उनकी इकोकार्डियोग्राफी और कार्डियक सीटी की गई, जिसमें बीमारी की पुष्टि हुई। इस गंभीर स्थिति में इलाज करना जटिल होता है, क्योंकि खराब वॉल्व को बदलते समय हार्ट ब्लॉक और आर्टिक रूट के फटने का खतरा रहता है। लेकिन रिम्स के सीटीवीएस विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने इस चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन को सफलतापूर्वक किया।
आयुष्मान योजना से हुआ इलाज
ऑपरेशन आयुष्मान योजना के तहत किया गया। रिम्स की अमृत फार्मेसी से ओपन हार्ट सर्जरी के लिए आवश्यक सामग्री मंगाई गई थी। ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत में सुधार हुआ है और डॉक्टरों ने उम्मीद जताई है कि वह जल्द ही पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएंगे।
ये थे सर्जरी में शामिल
ऑपरेशन का नेतृत्व डॉ. राकेश चौधरी ने किया। ऑपरेशन टीम में प्रोफेसर डॉ शिव प्रिये, डॉ नितेश कुमार, डॉ रीना, डॉ पूर्वा, डॉ रवीना, डॉ पशुपति और डॉ प्रिया शामिल थे। वहीं आईसीयू टीम में सिस्टर सुनीता, प्रिसिला, रीना, परफ्यूजनिस्ट अमित, ओटी असिस्टेंट राजेंद्र, खुशबू, सरोज, अभिषेक, फ्लोर स्टाफ प्रीति और सूरज ने भी मरीज की देखभाल में महत्वपूर्ण योगदान दिया।