Central Desk : सात मई की रात करीब 1:30 बजे भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक निर्णायक कदम उठाते हुए पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर समेत कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर एक सटीक और संयमित एयरस्ट्राइक अंजाम दिया।
पहलगाम आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई
यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। वायुसेना ने यह हमला पूरी तरह भारत की सीमा के भीतर से किया और इस दौरान किसी भी पाकिस्तानी सैन्य या आर्थिक ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
NSA अजीत डोभाल ने अमेरिकी समकक्षों को दी जानकारी
भारत की इस कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने अमेरिकी NSA और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से सीधे बात की और उन्हें ऑपरेशन से जुड़ी सभी जानकारियां साझा कीं।
भारत की कार्रवाई नपी-तुली, कार्रवाई : दूतावास
अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने भी इस बात की पुष्टि की और बताया कि भारत की कार्रवाई नपी-तुली, केंद्रित और जिम्मेदार थी। दूतावास के मुताबिक, इस स्ट्राइक में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया और केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही टारगेट किया गया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की संतुलित और पेशेवर सैन्य नीति
भारत द्वारा की गई इस कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संतुलित और पेशेवर सैन्य नीति के रूप में देखा जा रहा है। गैर-आक्रामक लेकिन दृढ़ प्रतिशोध की यह मिसाल उन सभी आतंकी संगठनों के लिए कड़ा संदेश है जो सीमा पार से भारत में आतंक फैलाने का प्रयास करते हैं।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सैन्य प्रतिक्रिया का एक रणनीतिक नाम है, जो सटीक लक्ष्यभेदन और सीमित सैन्य हस्तक्षेप पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ बिना आम नागरिकों को नुकसान पहुंचाए ठोस कार्रवाई करना है।
आतंक के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस
उल्लेखनीय है कि भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि आतंक के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए वह किसी भी हद तक जा सकता है, लेकिन हमेशा अंतरराष्ट्रीय कानून और नैतिक सीमाओं का पालन करते हुए। ऑपरेशन सिंदूर इस नीति का प्रत्यक्ष उदाहरण बन गया है।