नई दिल्ली : भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने सोमवार को संसदीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में भारत-पाकिस्तान तनाव, ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत का विदेशी सरकारों को हमेशा यही संदेश रहा है – ‘वे गोली चलाएंगे तो हम भी चलाएंगे, वे रुकें तो हम भी रुकेंगे’।
ऑपरेशन सिंदूर : पाकिस्तान में आतंक ठिकानों पर सटीक प्रहार
विदेश मंत्री ने बताया कि 7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में कुल 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी। ऑपरेशन के पहले चरण के पूरा होने के 30 मिनट बाद पाकिस्तान को सूचित किया गया था।
अमेरिकी इनपुट के बाद भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
बैठक में जयशंकर ने यह भी खुलासा किया कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने हाल ही में भारत को खुफिया जानकारी दी थी कि पाकिस्तान एक बड़ा हमला कर सकता है। इस पर भारत ने अमेरिका को स्पष्ट शब्दों में जवाब दिया – ‘अगर पाकिस्तान बड़ा हमला करता है, तो हमें उससे ही बड़ा जवाब देने के लिए तैयार हैं’।
DGMO स्तर की बातचीत से हुआ सीजफायर, किसी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं
जयशंकर ने इस बात को खारिज किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम किसी तीसरे देश की मध्यस्थता से हुआ है। उन्होंने कहा, ‘सीजफायर भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) स्तर की बातचीत का परिणाम है। किसी तीसरे देश की भूमिका नहीं थी’। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारत से संपर्क किया।
प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका को सख्त संदेश
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से टेलीफोन पर बात करते हुए स्पष्ट संदेश दिया – ‘अगर वे हमला करेंगे, तो हम उससे भी ज्यादा ताकत से जवाब देंगे’। यह बयान भारत की दृढ़ रणनीति को दर्शाता है कि आतंक के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई पर भारत का मजबूत पलटवार
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारत ने तुरंत ही प्रभावी जवाब देकर स्थिति को नियंत्रण में रखा। भारत की ओर से कहा गया कि किसी भी प्रकार की उकसावे की कार्रवाई का उत्तर अत्यधिक प्रभावी ढंग से दिया जाएगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयानों और ऑपरेशन सिंदूर की रणनीतिक सफलता ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब किसी भी आतंकी गतिविधि या सीमा पार आक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी यह संदेश दिया है कि देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए हर स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।