लखनऊ : उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण रेल परियोजना, ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर, आकार लेने जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत लगभग 7500 करोड़ रुपये की लागत से 170 किमी लंबा रेल कॉरिडोर तैयार किया जाएगा। यह कॉरिडोर प्रदेश के कई प्रमुख जिलों जैसे कानपुर, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, सीतापुर, बाराबंकी, और अयोध्या को जोड़ने का काम करेगा।
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा ने बुधवार को हजरतगंज स्थित मंडल कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में इस परियोजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस कॉरिडोर के बनने से लखनऊ के प्रमुख रेलवे स्टेशनों जैसे चारबाग, ऐशबाग, और लखनऊ जंक्शन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा। इसके साथ ही, इस परियोजना के तहत मोहनलालगंज और आगरा एक्सप्रेसवे की ओर लॉजिस्टिक पार्क भी बनाए जाएंगे। इस कॉरिडोर की कनेक्टिविटी स्टेशनों से सरल होगी, जिससे यात्रियों और मालवाहन को फायदा होगा।
2031 में पूरी होगी परियोजना
इस परियोजना के सर्वे को मंजूरी मिल चुकी है और इसे 2031 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना के तहत सातों मुख्य मार्गों को इस कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा और एक ग्रीन फील्ड मेगा पैसेंजर टर्मिनल भी बनाया जाएगा। इस टर्मिनल पर 30 से अधिक लाइनें और 20 प्लेटफॉर्म होंगे।
डीआरएम ने बताया कि लखनऊ और ऐशबाग स्टेशनों पर भारी दबाव है, जहां लगभग 90% मालगाड़ियां और 70-80% पैसेंजर ट्रेनें गुजरती हैं। इससे अक्सर ट्रेनें देरी का शिकार होती हैं, लेकिन इस कॉरिडोर से इस समस्या का समाधान होगा।
चारबाग स्टेशन के अपग्रेडेशन पर भी तेजी से काम हो रहा है। जून तक सेकेंड एंट्री का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस परियोजना से यात्री सुविधा में भी सुधार होगा और आवाजाही आसान होगी।