भुवनेश्वर : State honour at the last rites of person donating organs in Odisha: अंगदान कर किसी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। अंगदान को बढ़ावा देने को लेकर देश के विभिन्न राज्यों में काम किया जा रहा है लेकिन ओडिशा सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने Organ Donation को लेकर एक अच्छी पहल की है।
इससे उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में अंगदान के प्रति लोग जागरूक होंगे और Organ Donation करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ेगी। अगर, ऐसा हुआ तो देश के लिए ओडिशा एक मिसाल बन जाएगा।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने की घोषणा
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की ओर से यह घोषणा की गई है कि जो भी अंगदाता होंगे, उनका अंतिम संस्कार अब राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। अंगदान को सबसे बड़ा दान माना गया है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति इसके प्रति दिलचस्पी दिखाता है तो सम्मान का अधिकारी होता है। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री ने यह ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
ओडिशा सरकार ने वर्ष 2019 में बनाया था एक संगठन
अंगदान को बढ़ावा देने को लेकर ओडिशा सरकार की ओर से वर्ष 2019 में एक संगठन का निर्माण किया गया था। इसका नाम राज्य अंग एवं टिशु प्रत्यारोपण रखा गया है।
Organ Donation: अंगदान क्या है?
अंगदान को लेकर लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। अब भी अधिकांश लोगों में इसके प्रति जानकारी का अभाव है। दरअसल, अंगदान कोई भी व्यक्ति कर सकता है। व्यक्ति द्वारा दान किया हुआ अंग किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रत्यारोपित (ट्रांसप्लांट) किया जाता है। इसके लिए डोनर के शरीर से दान किए गए अंग को ऑपरेशन के द्वारा निकाला जाता है।
Organ Donation: इन अंगों को किया जाता दान
शरीर के लगभग सभी महत्वपूर्ण अंगों को आप दान कर सकते हैं। इसमें किडनी से लेकर अग्नाशय, हृदय, फेफड़े और आंत, कॉर्निया (आंख का भाग), हड्डी, त्वचा, हृदय वाल्व, रक्त वाहिकाएं सहित अन्य शामिल हैं। अंगदान कर एक व्यक्ति आठ से दस लोगों की जान बचा सकता है।
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