पुरानी रांची नवंबर 18, 2024: सरना स्थल मैदान में हर साल आयोजित होने वाले डुमबु जतरा को लेकर इस बार आदिवासी समाज में गहरा आक्रोश देखने को मिला है। विवाद की शुरुआत तब हुई जब विशेष समुदाय द्वारा इस पारंपरिक आयोजन को रोकने का प्रयास किया गया।
आदिवासी समाज के लोगों का कहना है कि यह जतरा उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा हुआ है। हर वर्ष सैकड़ों खोड़हा इस स्थल पर जुटते हैं और अपनी परंपरा का पालन करते हैं। अचानक जतरा नहीं होने देने की खबर फैलते ही आसपास के गांवों से सैकड़ों आदिवासी इकट्ठा होकर जतरा स्थल पर पहुंच गए।
घटना स्थल पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई, और दोनों समुदायों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तू-तू मैं-मैं के बीच स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और स्थिति बिगड़ने लगी।
आदिवासी नेताओं ने कहा कि परंपरा को बाधित करने का प्रयास उनके धर्म और संस्कृति पर सीधा प्रहार है। “यह हमारी सांस्कृतिक अस्मिता और समुदायिक भाईचारे को तोड़ने का प्रयास है,” एक वरिष्ठ आदिवासी नेता ने कहा।
प्रशासन को सूचना मिलने पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों ने दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों से बातचीत की पहल की है।
यह घटना पुरानी रांची में समुदायों के बीच आपसी संबंधों और समरसता को लेकर नई चुनौतियां खड़ी कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के विवाद सांप्रदायिक सौहार्द्र पर गंभीर असर डाल सकते हैं।
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