नई दिल्ली/श्रीनगर : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। इस बीच पाकिस्तान ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर कई चौकियां खाली कर दी हैं और इन पोस्टों से राष्ट्रीय झंडे भी उतार लिए हैं। बताया जा रहा है कि ये गतिविधियां जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के पर्गवाल सेक्टर में देखी गई हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को स्पष्ट निर्देश दिए कि वह समय, स्थान और तरीके का चुनाव खुद करे और पाकिस्तान को माकूल जवाब दे।
सेना की खुली छूट के बीच पाकिस्तान की पोस्ट्स से सैनिक हटे
बुधवार को सामने आई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर कई अहम पोस्ट से हटना शुरू कर दिया है। इनमें से अधिकांश पोस्ट कठुआ के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित थीं। झंडों का उतारना और सैनिकों का पीछे हटना पाकिस्तान की ओर से संभावित टकराव की आशंका या रणनीतिक बदलाव की ओर इशारा करता है।
कश्मीर में सुरक्षा अलर्ट, 48 टूरिस्ट डेस्टिनेशन बंद
कश्मीर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तत्वों पर कार्रवाई तेज कर दी है। साथ ही इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन और अवामी एक्शन कमेटी से दूरी बनाने के लिए आम नागरिकों को चेतावनी दी गई है।
घोषणाएं लाउडस्पीकर के जरिए और दीवारों पर पोस्टर लगाकर की गई हैं। इसके अलावा, 48 पर्यटन स्थलों को बंद किया गया है और बाकी स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है।
पंजाब में एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात, सीमा पर निगरानी बढ़ी
पंजाब सरकार ने पाकिस्तान सीमा पर एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात करने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स की तस्करी को रोकना है। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, यह तकनीक सीमा सुरक्षा बल और पुलिस को ड्रोन को रियल टाइम में ट्रैक और नष्ट करने में सक्षम बनाएगी।
गुजरात के कच्छ में 21 द्वीपों पर पाबंदी, धार्मिक स्थलों तक पहुंच भी रोकी गई
गुजरात के कच्छ ज़िले में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कच्छ के 21 द्वीपों और धार्मिक स्थलों पर 26 जुलाई तक प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। इस आदेश में शामिल प्रमुख स्थानों में शेखरन पीर, ओगात्रा, लूनाबेट, पीर सनाई, सत सईदा द्वीप और कई अन्य संवेदनशील द्वीप शामिल हैं। यह आदेश कच्छ के कलेक्टर कार्यालय द्वारा जारी किया गया है।