पलामू : झारखंड के पलामू जिले में पांडेय गिरोह के दो शूटरों की हत्या मामले में पुलिस ने कोयलांचल के डॉन विकास तिवारी समेत 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह मामला भरत पांडे के पिता प्रदीप पांडे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। एफआईआर में हत्या, आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं में आरोप लगाए गए हैं।
चैनपुर में अंधाधुंध फायरिंग से हुई हत्या
रविवार की रात पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र स्थित गरदा गांव में अज्ञात अपराधियों ने पांडेय गिरोह के दो शूटरों, भरत पांडे और दीपक साव, पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में दोनों की हत्या हो गई, और साथ ही घर के दो अन्य सदस्यों अंशु सिंह एवं महावीर उर्फ बबलू सिंह को भी गोली लगी। दोनों घायलों को इलाज के लिए एमआरएमसीएच अस्पताल में भर्ती किया गया।
एसआईटी गठित, जांच जारी
पलामू पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। एसआईटी की टीम, जिसे सदर एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद के नेतृत्व में गठित किया गया है, जांच में जुटी है। पुलिस ने घटनास्थल से 25 खोखा और गोलियां बरामद की हैं और फॉरेंसिक टीम ने भी जांच की।
पांडेय गिरोह और गैंगवार की पृष्ठभूमि
भरत पांडे, जो 2022 में भुरकुंडा थाना क्षेत्र में सीसीएल कर्मी अमित बख्शी की हत्या में आरोपी था, ने पांडेय गिरोह के खास सदस्य अशोक पांडेय की हत्या का बदला लेने के लिए यह हत्या की थी। यह घटना 8 अगस्त 2022 की थी, जब भरत पांडे ने अमित बख्शी की हत्या का जिम्मा लिया था। इस हत्याकांड ने पांडेय गिरोह को और भी सुर्खियों में ला दिया था।
एसपी रीष्मा रमेशन की प्रतिक्रिया
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने मंगलवार को इस घटना पर अपडेट देते हुए बताया कि एसआईटी की जांच जारी है और पुलिस विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर रही है।