पलामू : झारखंड के पलामू जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में जिला पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने टीएसपीसी (TSPC) के सक्रिय सदस्य उपेन्द्र भुइयां को जिले के मनातू थाना क्षेत्र के केदल से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस को उपेन्द्र की निशानदेही पर 652 जिंदा गोली बरामद करने में सफलता मिली। यह गोली .315 एमएम की थी और उपेन्द्र ने इसे नक्सल संगठन के पास भेजने के लिए छुपा रखा था।
नक्सली गतिविधियों में उपेन्द्र की संलिप्तता
पलामू जिले की एसपी रीष्मा रमेशन ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि उपेन्द्र भुइयां 2021 से टीएसपीसी में सक्रिय था। इससे पहले, वह 2014 में टीएसपीसी के बाल दस्ता का हिस्सा था। उपेन्द्र के खिलाफ पलामू, लातेहार, और चतरा जिलों में कुल 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से एक मामला चतरा जिले में अफीम की खेती नष्ट करने के दौरान पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ से संबंधित है, जिसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
गिरफ्तारी और बरामदगी
गिरफ्तारी के बाद उपेन्द्र ने पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी, जिसके आधार पर पुलिस ने उसके बताए स्थान कोहबरिया जंगल में छुपाए गए 652 जिंदा गोलियों को बरामद किया। गोलियां एक पीले रंग के डब्बे में छुपाई गई थी, जिसे चट्टान की खोह में रखा गया था। हालांकि, उपेन्द्र के पास इस समय कोई हथियार नहीं था, क्योंकि वह कारतूस लेने के लिए दस्ता छोड़कर आया था।
नक्सल संगठन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
गिरफ्तारी के बाद उपेन्द्र ने नक्सली संगठन के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं, जिनका पुलिस गहनता से अध्ययन कर रही है। यह जानकारी नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों में मददगार साबित हो सकती है। एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा कि उपेन्द्र भुइयां के खिलाफ छानबीन जारी है, और उसके द्वारा दी गई जानकारी की जांच की जा रही है।
नक्सल विरोधी अभियान की सफलता
इस गिरफ्तारी से पलामू पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की सफलता से नक्सली गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखने में मदद मिलेगी, और जल्द ही नक्सलियों के खिलाफ और भी कार्रवाई की जाएगी।