Palamu (Jharkhand) : पलामू प्रक्षेत्र में पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही अब महंगी साबित हो सकती है। प्रक्षेत्र के डीआईजी नौशाद आलम ने पुलिस बल में अनुशासन को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नए आदेश के अनुसार, यदि कोई भी पुलिस पदाधिकारी या जवान अब ड्यूटी पर बिना वर्दी और नेमप्लेट के पाया जाता है, तो इसे सीधे तौर पर अनुशासनहीनता माना जाएगा और संबंधित कर्मी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
मिल रही थी यह शिकायत
पिछले कुछ महीनों से पलामू प्रक्षेत्र के कई थानों से पुलिसकर्मियों द्वारा बिना वर्दी और पहचान-पट्टी (नेमप्लेट) के ड्यूटी करने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। इस स्थिति के कारण आम जनता में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही थी और पुलिस विभाग की छवि पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा था। डीआईजी नौशाद आलम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे पुलिस आचरण संहिता का स्पष्ट उल्लंघन माना है और सभी थानों को इन नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया है।
अब ये नियम अनिवार्य रूप से लागू
डीआईजी कार्यालय द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, अब पलामू प्रक्षेत्र के सभी पुलिसकर्मियों के लिए निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा :
- सभी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान पूरी वर्दी, नेमप्लेट और विभाग द्वारा निर्धारित मानक के जूते पहनना अनिवार्य होगा।
- सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक की पहली पाली में तैनात ओडी (ऑफिसर इंचार्ज) पदाधिकारी पूर्ण वर्दी में ही अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे।
- प्रत्येक थाने में एक हस्ताक्षरयुक्त ड्यूटी रोस्टर तैयार किया जाएगा, जिसमें सभी पुलिस कर्मियों की जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से दर्ज की जाएगी।
- हर सुबह थाना प्रभारी द्वारा एक अनिवार्य मीटिंग आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी पुलिसकर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। इस मीटिंग में ड्यूटी का आवंटन किया जाएगा और पिछले दिन के कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
- मीटिंग समाप्त होने के बाद सभी पुलिसकर्मियों की वर्दी में एक सामूहिक फोटो (ग्रुप फोटो) ली जाएगी और इसे डीआईजी कार्यालय के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में भेजना अनिवार्य होगा।
निर्देशों का उल्लंघन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई
डीआईजी नौशाद आलम ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह सभी निर्देश पलामू, गढ़वा और लातेहार जिले के सभी पुलिस अधीक्षकों, एसडीपीओ (अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी) और थाना प्रभारियों को भेज दिए गए हैं। उन्होंने सभी को चेतावनी दी है कि यदि कोई भी अधिकारी या जवान इन दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ बिना किसी देरी के अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। डीआईजी के इस सख्त फरमान से पलामू प्रक्षेत्र की पुलिस व्यवस्था में सुधार और अनुशासन कायम होने की उम्मीद जताई जा रही है।
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