पटना: बिहार में बीपीएससी 70वीं परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ियों को लेकर अब राजनीति गरमाने लगी है। इस मामले को लेकर जहां प्रशांत किशोर अनशन पर बैठे हैं, वहीं पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार को बिहार बंद का ऐलान किया है। पप्पू यादव ने 12 जनवरी को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया और सभी राजनीतिक दलों से इस आंदोलन में समर्थन देने की अपील की। इसके अलावा, उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव से भी आग्रह किया कि वे बीपीएससी अभ्यर्थियों के लिए आवाज उठाएं और इस मुद्दे का नेतृत्व करें।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद बंद का आह्वान
पप्पू यादव ने मंगलवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से राजभवन में मुलाकात की, जहां उन्होंने बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितताओं और गड़बड़ियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पप्पू यादव ने राज्यपाल से अपील की कि वे इस मामले में जल्दी कार्रवाई करें ताकि छात्रों को न्याय मिल सके। इस मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने मीडिया से बात करते हुए 12 जनवरी को बिहार बंद का ऐलान किया और इसे बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में किया गया एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
पप्पू यादव ने इस बंद में सभी राजनीतिक दलों से समर्थन की अपील की और कहा कि यह समय है जब सबको छात्रों की समस्याओं को समझना चाहिए और उनका साथ देना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से तेजस्वी यादव से अनुरोध किया कि वे इस आंदोलन का नेतृत्व करें, क्योंकि यह छात्रों की भावनाओं से जुड़ा मामला है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
तेजस्वी यादव से किया नेतृत्व करने का अनुरोध
पप्पू यादव ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि अगर तेजस्वी यादव 12 जनवरी को बिहार बंद का नेतृत्व करते हैं, तो वह उनके साथ इस आंदोलन में शामिल होने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बीपीएससी परीक्षा में पहले भी कई बार अनियमितताओं की शिकायतें आई हैं और इस बार तो पूरी परीक्षा ही सवालों के घेरे में है। पप्पू यादव का मानना है कि इस मामले में नेतृत्व का हिस्सा बनने के लिए तेजस्वी यादव को आगे आना चाहिए ताकि छात्रों को न्याय मिल सके।
उन्होंने आगे कहा, “हमलोग तेजस्वी यादव के साथ हैं और अगर वे इस आंदोलन का नेतृत्व करते हैं तो हम उनके साथ मिलकर इसे और मजबूत करेंगे। यह समय है जब राजनीति से ऊपर उठकर छात्रों के हित में काम किया जाए।”
पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर को घेरा
इस दौरान पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस आंदोलन को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। पप्पू यादव ने कहा, “प्रशांत किशोर ने इस आंदोलन को लेकर अपनी राजनीति शुरू कर दी है। उनका आमरण अनशन पूरी तरह से गलत है, क्योंकि वे छात्रों के मुद्दे को निजी लाभ के लिए भटका रहे हैं। यह छात्र आंदोलन का राजनीतिकरण करने की कोशिश है और हम इसे पूरी तरह से नकारते हैं।”
राज्यपाल ने की उचित कार्रवाई का आश्वासन
पप्पू यादव ने यह भी बताया कि राज्यपाल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि बीपीएससी मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। राज्यपाल ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जल्द ही इसके समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे। पप्पू यादव ने कहा कि राज्यपाल से मिलने के बाद उन्हें उम्मीद है कि छात्रों को जल्द ही न्याय मिलेगा और इस मामले में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।