नयी दिल्ली। क्या आप जानते हैं, 2001 में आज ही के दिन नई दिल्ली स्थित संसद भवन (Parliament Attack) पर आतंकियों ने हमला किया था। बुधवार को इस आतंकी हमले की बरसी मनाई जा रही है। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सोनिया सहित अन्य नेताओं ने Parliament Attack में शहीदों को अर्पित की श्रद्धांजलि
संसद परिसर में शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने वाले प्रमुख नेताओं में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री मंत्री पीयूष गोयल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह शामिल थे।
प्रधानमंत्री ने शहीदों के परिवारवालों से की बात
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी को शहीदों के परिवारों के सदस्यों, विशेषकर बच्चों के साथ बातचीत करते देखा गया, जो मौके पर एकत्र हुए थे। उपराष्ट्रपति ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 2001 में हमारी संसद पर हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले साहसी सुरक्षाकर्मियों को याद कर रहा हूं। भारत उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया भर में मानवता के लिए खतरा बना हुआ है और वैश्विक शांति में इस अवरोध को खत्म करने के लिए राष्ट्रों का एकजुट होना जरूरी है।
देश की स्मृति में हमेशा अंकित रहेगा यह बलिदान : मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, आज, हम 2001 में किए गए संसद हमले में शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को याद करते हैं और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देते हैं। खतरे का सामना करते हुए उनका साहस और बलिदान हमेशा हमारे देश की स्मृति में अंकित रहेगा। गौरतलब है कि 13 दिसंबर 2001 को लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने संसद भवन (Parliament Attack) पर हमला किया था। इस हमले में आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए दिल्ली पुलिस के पांच जवान, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिला कर्मी और संसद के दो कर्मी शहीद हुए थे। एक कर्मचारी और एक कैमरामैन की भी हमले में मौत हो गई थी।
शहीदों को लोकसभा में दी गई श्रद्धांजलि
संसद हमले की बरसी पर बुधवार को लोकसभा में शहीद सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई और उनके बलिदान को याद किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर 2001 के संसद हमले को विफल करते हुए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को याद किया। बिरला ने कहा कि हम संसद सुरक्षा सेवा, दिल्ली पुलिस सेवा और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के उन आठ सुरक्षाकर्मियों द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं जिन्होंने इस हमले को विफल करते हुए अपने प्राणों को आहूति दे दी थी। इसके बाद कुछ पल मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
(Parliament Attack) : जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल ने ने भी दी श्रद्धांजलि
जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी 2001 में आज ही के दिन संसद पर हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को बुधवार को श्रद्धांजलि दी। हथियारों से लैस पांच आतंकवादियों ने 2001 में आज ही के दिन संसद परिसर पर हमला किया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। आतंकवादियों को मुख्य इमारत में घुसने से पहले ही मार गिराया गया था।
संसद परिसर में हुए इस आतंकवादी हमले में दिल्ली पुलिस के पांच जवान, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक अधिकारी, संसद सुरक्षा सेवा के दो सहायक और संसद के एक कर्मचारी तथा एक माली की जान चली गई थी। सिन्हा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, 2001 के संसद हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि। उन्होंने कहा कि “राष्ट्र सदैव उनके अनुकरणीय साहस, वीरता और सर्वोच्च बलिदान का ऋणी रहेगा।“
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