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पटना में कर्पूरी जयंती पर जदयू का बड़ा कार्यक्रम, पढ़िए पूरी खबर

by Rakesh Pandey
Patna Karpuri Thakur Jayanti
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पॉलिटिकल डेस्क, पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जननायक कहे जाने वाले कर्पूरी ठाकुर की बुधवार को 100वीं जयंती (Patna Karpuri Thakur Jayanti) मनाई गई। उनकी जयंती से महज 12 घंटे पहले बिहार के पिछड़ों, अतिपिछड़ों और दलितों के बड़े नेता कहे जाने वाले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की गई। यह घोषणा उस वक्त हुई, जब बिहार में कर्पूरी ठाकुर की जयंती को मनाने को लेकर जदयू, राजद और भारतीय जनता पार्टी के बीच झगड़ा शुरू हुआ।

भाजपा को हो सकता है सियासी फायदा

सियासी गलियारों में अब चर्चा इस बात की है कि क्या कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा से भारतीय जनता पार्टी को बिहार में नीतीश कुमार के जातिगत जनगणना के दांव पर बड़ा फायदा मिलने वाला है। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि कर्पूरी ठाकुर को चुनावी साल में भारत रत्न की घोषणा सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि देश के पिछड़ों और अतिपिछड़ों में सियासी तौर पर भाजपा को सियासी फायदा पहुंचा सकती है।

पटना में जदयू का कार्यक्रम (Patna Karpuri Thakur Jayanti)

जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्मशताब्दी को लेकर राजधानी पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान को सजाकर तैयार कर दिया गया था। इसके लिए मंच सहित सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अन्य मंत्रियों की प्रमुखता से मौजूदगी रही। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जननायक के पैतृक गांव समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम गए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

कर्पूरी जी के जन्म शताब्दी पर भारतरत्न मिला खुशी की बात : सीएम

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, यह बड़ी खुशी की बात है। आज यहां लाखों की संख्या में आप लोग आए हुए हैं। करीब 2 लाख लोग यहां मौजूद हैं और रास्ते में भी बड़ी संख्या में लोग हैं। सीएम ने कहा, मैं जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती पर आयोजित सभी कार्यक्रमों में हिस्सा लेता हूं।

मैं समस्तीपुर में उनके गांव भी गया। उनके घर जाकर उनके परिवार के लोगों से मिला हूं। वहां सभी धर्मों के लोग पूजा-पाठ करते हैं, यह देख बड़ा अच्छा लगता है। आज उनके 100वें जन्मदिवस के अवसर पर उन्हें भारत रत्न प्रदान किया गया है, यह बड़ी खुशी की बात है। वर्ष 2007 से लेकर 2023 तक हर साल हम लोग उन्हें भारत रत्न देने का अनुरोध करते रहे, चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या फिर एनडीए की, लेकिन आज केंद्र की सरकार ने उन्हें भारत रत्न प्रदान किया, जिसके लिए मैं केंद्र सरकार के साथ-साथ प्रधानमंत्री जी को भी बधाई देता हूं।

सीएम बोले-आजकल बहुत लोग अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगे हुए

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम लोगों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के कार्यों को आगे बढ़ाया है, लेकिन आजकल लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते हैं। जब जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का देहावसान हो गया, तब हम लोगों ने उनके सुपुत्र रामनाथ ठाकुर जी को आगे बढ़ाया। उन्हें पार्टी में स्थान दिया, मंत्री बनाया, सांसद बनाया। आजकल बहुत लोग अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं, लेकिन जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया और उन्हीं से सीख लेते हुए हमने भी अपने परिवार को कभी आगे नहीं बढ़ाया।

देश में पहली बार पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग को जोड़कर आरक्षण दिया गया। जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने ही पहली बार वर्ष 1978 में पिछड़ा वर्ग को 8 प्रतिशत और अति पिछड़ा वर्ग को 12 प्रतिशत आरक्षण दिया।

भारत रत्न दिए जाने पर भाजपा ने क्या कहा

जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर भारत रत्न दिए जाने पर भाजपा नेता शैलेश महाजन का कहना है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने असली हकदार को उनका हक दिया है। वहीं, भाजपा नेता हरिभूषण ठाकुर बचौल का कहना है कि कर्पूरी ठाकुर जी भारतरत्न को डिजर्व करते थे। वह वर्षों तक गरीब, गांव, किसान और मजदूरों की आवाज बने रहे। कर्पूरी ठाकुर को जमीन से जुड़े हुए होने के कारण ही उनको जननायक कहा गया है।

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