पटना: Bihar Politics: बिहार विधानसभा की कार्यवाही दो दिन की छुट्टी के बाद आज से फिर से शुरू हो गई। प्रश्नकाल की शुरुआत होते ही विपक्षी सदस्यों ने शोरगुल करना शुरू कर दिया, जिसके बाद स्पीकर नंदकिशोर यादव ने शांति बनाए रखने की कोशिश की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में अपनी बातें रखीं और बिहार सरकार को घेरते हुए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर हमला बोला।
‘सम्राट चौधरी को हमारी बात व डेटा समझ में नहीं आती’
तेजस्वी यादव ने सम्राट चौधरी के बारे में कहा, “सम्राट चौधरी को हमारी बात और डेटा समझ में नहीं आती है। उन्होंने मुरेठा तो निकलवा लिया, लेकिन उनके दिमाग की बत्ती नहीं जली।” तेजस्वी ने आगे कहा कि जब सम्राट को जिम्मेदारी मिली थी, तो उम्मीद थी कि वह समझेंगे और निर्णय लेंगे, लेकिन स्थिति वही बनी रही। उनके इस बयान से साफ था कि तेजस्वी को बिहार सरकार के फैसलों और प्रशासन की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी है।
राज्य की बदहाली का आरोप लगा सरकार को घेरा
तेजस्वी ने सरकार को बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, और राज्य की बदहाल स्थिति के लिए भी आलोचना की। उन्होंने कहा, “युवा को रोजगार नहीं, बीमारियों का इलाज नहीं, और कोई परिवार सुरक्षित नहीं। सरकार की सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की हालत ठीक नहीं है और मुख्यमंत्री की कार्यशैली राज्य के लिए खतरनाक हो सकती है।
समृद्ध बिहार की संस्कृति का अपमान
तेजस्वी ने बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का जिक्र करते हुए कहा, “लौंडा नाच का मजाक उड़ा रहे हैं, जो बिहार की समृद्ध विरासत का हिस्सा है। भिखारी ठाकुर हमारे लिए धरोहर हैं, लेकिन यह लोग उनका मजाक उड़ाते हैं।” उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि यह लोग हर मुद्दे को जाति और धर्म से जोड़कर राजनीति करते हैं, जबकि उन्हें यह भी समझना चाहिए कि अपराधियों की जाति और धर्म नहीं होती।
बिहार में बिगड़ी कानून-व्यवस्था
तेजस्वी ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “जहां खेतों के बीच बिना सड़क के पुल खड़े हैं, शराबबंदी का हाल यह है कि आदमी तो छोड़िए, चूहे भी शराब पी रहे हैं। मुख्यमंत्री जिस तरह से भाजपा के चरणों में गिर रहे हैं, उसी रफ्तार से पुल गिर रहे हैं और अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं।”
पुलिस के पास अपराध का डेटा नहीं, सीओ आउट ऑफ कंट्रोल
तेजस्वी ने बिहार पुलिस और प्रशासन के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिस अपराधी घटनाओं का डेटा तक अपलोड नहीं कर रही है और अंचलाधिकारी (CO) तो इतने आउट ऑफ कंट्रोल हो गए हैं कि वे डीएम की भी नहीं सुनते हैं। तेजस्वी ने चैलेंज देते हुए कहा, “हमारी सरकार आएगी तो यही अधिकारी बिना रिश्वत के काम करेंगे और बैठकर नहीं, खड़ा होकर काम करेंगे।”
अकेले-अकेले लड़ लें चुनाव, पता चल जाएगा जनाधार
तेजस्वी ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, “बीजेपी के लोग कभी अकेले-अकेले चुनाव लड़कर देख लें, उनकी औकात और जनाधार का पता चल जाएगा।” इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनौती देते हुए कहा, “अगर केंद्र की चिट्ठी गलत थी तो हम पर केस कर दीजिए।”
केंद्र सरकार पर तंज
तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर भी तंज कसते हुए कहा कि अगर लालू जी के पास आ जाएं, तो हम उन्हें सत्तू खाना सिखा देंगे। उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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