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Ram Raaj Mandir : भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह के भक्ति गीतों पर झूमे लोग, हजारों की संख्या में उमड़े थे प्रशंसक, मैदान पड़ी छोटी

by Rakesh Pandey
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कतरास : चिटाही स्थित श्रीराम राज मंदिर में रविवार को आयोजित वार्षिकोत्सव सह श्रीराम महायज्ञ के दौरान भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह के भक्ति गीतों की संगीतमय प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को झूमने और थिरकने पर मजबूर कर दिया। इस भव्य कार्यक्रम में पवन सिंह की उपस्थिति ने समारोह में चार चाँद लगा दिए, जिससे हजारों की संख्या में लोग उनके भजनों का आनंद लेने के लिए उमड़ पड़े।

हजारों की भीड़ में पवन सिंह का स्वागत

कार्यक्रम की शुरुआत ठीक 10:00 बजे हुई जब पवन सिंह मंच पर पहुंचे। उनके आते ही भीड़ में जोश की लहर दौड़ गई, और हजारों प्रशंसकों ने उनकी गर्मजोशी से स्वागत किया। श्रद्धालुओं ने पवन सिंह की एक झलक पाने और उनकी तस्वीरें अपने मोबाइल में कैद करने के लिए बेताबी दिखाई। पवन सिंह ने अपने दर्शकों से कहा कि यह उनके लिए बहुत खुशी का पल है क्योंकि आज पहली बार राम राज मंदिर आने का अवसर मिला और उन्हें यहाँ की धार्मिक वातावरण में एक सुखद अनुभव हुआ।

शानदार भक्ति गीतों से पवन सिंह ने बनाया माहौल

पवन सिंह ने कार्यक्रम की शुरुआत देवी गीत ‘ओम जयंती मंगलकारी…’ से की, जिसे सुनकर भक्त नृत्य करने लगे। इसके बाद ‘माई डोली चढ़ चली सेवक घरवा…’ और ‘शक्ति बाण लगल लक्ष्मण के…’ जैसे भक्ति गीतों से उन्होंने मंच पर समां बांध दिया। पवन सिंह की आवाज में कुछ खास था जो लोगों को मंत्रमुग्ध कर रहा था। उन्होंने अपने प्रशंसकों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके आशीर्वाद से उनकी आने वाली फिल्म ‘काला पत्थर’ जल्द ही रिलीज होने वाली है।

संगीत के साथ-साथ शिल्पी राज और विजय चौहान की प्रस्तुति

पवन सिंह के बाद गायिका शिल्पी राज ने ‘मेरे मन में बसे हैं राम…’ और ‘श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में…’ जैसे भक्ति गीत प्रस्तुत किए, जिन्होंने श्रद्धालुओं को एक और आनंद का अनुभव कराया। इसके बाद विजय चौहान ने अपनी भक्ति गायन से श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। हर गीत के साथ माहौल भव्य और श्रद्धा से ओत-प्रोत होता चला गया।

भीड़ की भारी भीड़ और प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल

जहां एक ओर पवन सिंह के भक्ति गीतों ने लोगों को भक्ति के रंग में रंग दिया, वहीं आयोजन स्थल पर आई भीड़ ने प्रशासन के इंतजामों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। पंडाल के अंदर इतना भीड़ हो गया कि खड़ा होना तक मुश्किल हो गया, और पंडाल के बाहर हजारों लोग खड़े थे, जो आयोजन स्थल के अंदर जाने के लिए बेताब थे। जिला प्रशासन और आयोजकों की व्यवस्था पूरी तरह से नाकाम हो गई।

सैकड़ों कुर्सियों का टूटना और प्रशासन का असफलता

पवन सिंह की एक झलक पाने के लिए प्रशंसकों ने आयोजन स्थल में रखी सैकड़ों कुर्सियों को तोड़ डाला। हजारों लोग मंच के पास तक पहुंचने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे, जिससे कुर्सियां टूट गईं। इस असंयमित भीड़ को संभालने में प्रशासन और आयोजक पूरी तरह से असफल हो गए। सांसद ढुलू महतो और विधायक शत्रुघ्न महतो ने बार-बार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन भीड़ ने किसी की नहीं सुनी। अंततः, विधायक ने चेतावनी दी कि अगर शांति व्यवस्था बनाए नहीं रखी गई तो कार्यक्रम को रद्द भी किया जा सकता है।

अराजकता के बीच कार्यक्रम की सफलता

इस सारे अराजकता के बावजूद, पवन सिंह का कार्यक्रम सफल रहा। श्रद्धालुओं की भक्ति और जोश ने इस दिन को एक अविस्मरणीय आयोजन बना दिया। पवन सिंह ने इस आयोजन को एक यादगार अनुभव बताया, जो उनके प्रशंसकों और भक्तों के लिए एक अनमोल पल बन गया। समाप्ति में, पवन सिंह की भक्ति संध्या ने सभी को एक बार फिर से भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और इस अद्भुत आयोजन को एक नई दिशा दी।

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