राजस्थान: इस घटना ने न केवल एयर इंडिया की संचालन व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि पायलट के पेशेवर रवैये पर भी चर्चा को जन्म दिया है। एयर इंडिया की पेरिस से दिल्ली आ रही इंटरनेशनल फ्लाइट में एक अजीब और चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है, जब फ्लाइट के पायलट ने ड्यूटी टाइम पूरा होने के बाद फ्लाइट को बीच में ही छोड़ दिया। इस घटनाक्रम के कारण 180 से अधिक यात्रियों को जयपुर एयरपोर्ट पर 9 घंटे तक इंतजार करना पड़ा और उन्हें आखिरकार सड़क मार्ग से दिल्ली भेजा गया।
यह घटना सोमवार सुबह जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर घटी। जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया की फ्लाइट AI-2022 रविवार रात 10 बजे पेरिस से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। निर्धारित समय के अनुसार फ्लाइट को सोमवार सुबह 10:35 बजे दिल्ली पहुंचना था, लेकिन खराब मौसम के कारण विमान दिल्ली में लैंड नहीं कर सका। इसके बाद, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के निर्देश पर फ्लाइट को जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड करवा दिया गया।
ड्यूटी आवर्स समाप्त होने पर नहीं भरी आगे की उड़ान
दोपहर 12:10 बजे फ्लाइट जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड कर चुकी थी, लेकिन पायलट को अगले आदेश का इंतजार था। हालांकि, एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम से क्लीयरेंस मिलने में देरी होने लगी और तब पायलट ने अपनी ड्यूटी टाइम की समाप्ति का हवाला देते हुए विमान छोड़ने का फैसला किया। पायलट की इस हरकत से यात्रियों में हड़कंप मच गया। पायलट के जाने के बाद, फ्लाइट में सवार 180 से अधिक यात्री अपनी मंजिल दिल्ली पहुंचने के लिए परेशान हो गए।
यात्रियों ने जताई नाराजगी, एयरलाइंस की तरफ नहीं मिला कोई जवाब
यात्रियों ने इस स्थिति पर नाराजगी जताते हुए हंगामा शुरू कर दिया। कुछ यात्रियों ने वैकल्पिक फ्लाइट की मांग की, लेकिन एयरलाइंस की तरफ से कोई ठोस जवाब नहीं मिला। इसके बाद, जब समय बीतने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला, तो यात्रियों को जयपुर एयरपोर्ट से टैक्सी और बस के जरिए दिल्ली भेजने का फैसला किया गया।
एयर इंडिया की संचालन व्यवस्था पर उठाए सवाल
इस पूरी घटना ने न केवल एयर इंडिया की संचालन व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि पायलट के पेशेवर रवैये पर भी चर्चा को जन्म दिया है। विमान के पायलट का यह निर्णय यात्रियों के लिए न केवल कष्टकारी साबित हुआ, बल्कि एयरलाइंस के लिए भी एक बड़ी प्रतिष्ठा की चुनौती बन गया। यात्रियों का कहना था कि अगर पायलट के पास ड्यूटी टाइम पूरा होने के बाद उड़ान जारी रखने का विकल्प नहीं था, तो कम से कम उन्हें पहले इस बारे में सूचित किया जाना चाहिए था। यह घटना एयरलाइंस के संचालन से जुड़े गंभीर सवालों को उठाती है और यात्रियों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए बेहतर व्यवस्था की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
संबंधित अधिकारियों ने अभी तक नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
एयर इंडिया और संबंधित अधिकारियों से अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन इस मामले में सवाल उठने लगे हैं कि क्या एयरलाइन और उसके कर्मचारियों की तरफ से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा की प्राथमिकता सही तरीके से सुनिश्चित की जा रही है।