रांची: झारखंड पुलिस के डीजीपी अनुराग गुप्ता लगातार पुलिस विभाग में सुधार के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी उनके निर्देशों की अवहेलना करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रांची जिले के पिठोरिया थाना से सामने आया है, जहां एक युवक ने एएसआई श्यामनंदन पासवान पर मोबाइल छीनने और जेल भेजने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
पीड़ित शिवचंद साहू ने डीजीपी से शिकायत कर इस मामले की जांच और कार्रवाई की मांग की है। खास बात यह है कि डीजीपी ने हाल ही में पुलिसकर्मियों के आचरण को सुधारने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए थे और आम जनता के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस अधिकारियों की सूची भी मांगी थी।
घर में घुसकर बदसलूकी, वीडियो बनाने पर मोबाइल तोड़ा
शिवचंद साहू का आरोप है कि एक भूमि विवाद के मामले में पिठोरिया थाना में पदस्थ एएसआई श्यामनंदन पासवान ने उनके साथ पक्षपातपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण रवैया अपनाया। पीड़ित ने बताया कि एएसआई न केवल गाली-गलौज और धमकी दे रहे थे, बल्कि घर में घुसकर मारपीट भी की।
मां के साथ धक्का-मुक्की: जब पीड़ित की मां बीच-बचाव करने आईं तो एएसआई ने उन्हें भी धक्का दे दिया।
मोबाइल छीनकर तोड़ा: शिवचंद जब इस घटना का वीडियो बनाने लगे, तो एएसआई ने उनका मोबाइल छीन लिया और तोड़ दिया। इसके बाद एएसआई ने उन्हें जेल भेजने और घर पर धारा 144 लगाने की धमकी दी। इस घटना के बाद से शिवचंद का परिवार दहशत में है।
गरीबों के प्रति एएसआई का अमानवीय रवैया
शिकायतकर्ता का कहना है कि एएसआई श्यामनंदन पासवान का रवैया गरीबों और असहाय लोगों के प्रति हमेशा से अमानवीय रहा है। वे भूमि विवादों में एकतरफा कार्रवाई करते हैं और निर्दोष लोगों को परेशान करते हैं। इस मामले ने पुलिस विभाग की छवि को फिर से कटघरे में खड़ा कर दिया है। अब देखना यह होगा कि डीजीपी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं।
मेरे पास फिलहाल ऐसी कोई जानकारी नहीं है। मैं पूरे मामले को एक बार देख लेता हूं। इसके बाद जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
अमर कुमार पांडेय, डीएसपी, मुख्यालय – 1, रांची।