सूरत: PM Modi : दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय अब भारत में है। पीएम मोदी ( PM Modi) ने रविवार को सूरत के डायमंड सेंटर पहुंचे और उसका उद्घाटन किया। इस दौरान राज्य के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। बता दें कि सूरत का डायमंड बोर्स दुनिया का सबसे बड़ा और आधुनिक अंतरराष्ट्रीय डायमंड और ज्वैलरी बिजनेस केंद्र है। यह PM Modi की बहुत बड़ी उपलब्धि है।
यह कच्चे और पॉलिस हीरों के व्यापार का वैश्विक केंद्र होगा। इस सेंटर में ही आयात-निर्यात के लिए कस्टम क्लीयरेंस हाउस बनाया गया है। साथ ही इसमें रिटेल ज्वैलरी के लिए मॉल और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग केंद्र जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। इससे पहले अमेरिका का पेंटागन दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस कार्यालय था। इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने सूरत एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे।
जानिए डायमंड बूर्स के बारे में:
सूरत के डायमंड सेंटर की बात करें तो यह दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग है। जिसके चलते सूरत डायमंड बूर्स का नाम पहले ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है। यह बिल्डिंग 67 लाख स्कवायर फीट में बनी है और इसे बनाने में करीब 3500 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इस बिल्डिंग में एक साथ 4500 डायमंड ट्रेडिंग ऑफिस काम कर सकते हैं।
इस पूरी इमारत में 15-15 फ्लोर के 9 टावर बनाए गए हैं, जिनमें 300 स्कवायर फीट से लेकर एक लाख स्कवायर फीट तक के ऑफिस स्पेस बनाए गए हैं। डायमंड बूर्स को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल से प्लैटिनम रेटिंग भी मिली है। सूरत डायमंड बोर्स की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, इस सेंटर की ओपनिंग के 1.5 लाख लोगों को सीधे तौर पर इसके जरिए रोजगार मिलेगा।
PM Modi की अध्यक्षता में सूरत एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की दी गई मंजूरी
सूरत एयरपोर्ट की बात करें तो शुक्रवार को ही पीएम मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सूरत एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। जिसके बाद सूरत एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को दर्जा मिल गया। जिसके बाद रविवार को सूरत एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान दुबई के लिए उड़ान भरेगा।
इस एयरपोर्ट पर नया एकीकृत टर्मिनल भवन पीक आवर्स में 1,200 घरेलू यात्रियों और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने में सक्षम है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इसमें पीक ऑवर क्षमता को 3,000 यात्रियों तक बढ़ाने का प्रावधान है, साथ ही वार्षिक हैंडलिंग क्षमता को 55 लाख यात्रियों तक बढ़ाने का प्रावधान है। इस परियोजना की कुल लागत 353.25 करोड़ रुपये है। एयरपोर्ट पर एक नई पार्किंग भी बनाई गई है।