नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी का स्वागत करने पहुंचे। कतर के अमीर इस समय अपनी राजकीय यात्रा पर भारत में हैं। उनका दौरा 17 और 18 फरवरी को है, और इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को लेकर अहम वार्ता की जाएंगी।
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी का यह भारत का दूसरा राजकीय दौरा है। इससे पहले, मार्च 2015 में उन्होंने भारत का दौरा किया था। कतर और भारत के रिश्ते सालों से मजबूत रहे हैं और दोनों देशों के बीच बढ़ती व्यापारिक और सांस्कृतिक साझेदारी के कारण यह यात्रा बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस यात्रा के दौरान कतर के अमीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। मंत्रालय ने यह भी बताया कि कतर के अमीर के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आएगा, जिसमें मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा। यह यात्रा दोनों देशों के व्यापारिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्तों को और मजबूती देने का अवसर प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कतर के अमीर का स्वागत करते हुए कहा, “हमारे बीच दोस्ती और साझेदारी दिन-ब-दिन मजबूत होती जा रही है। यह यात्रा हमारे रिश्तों को एक नई दिशा और गति देगी।”
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि कतर के अमीर 18 फरवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत समारोह में हिस्सा लेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी कतर के अमीर के सम्मान में एक भोज की मेज़बानी करेंगी। इस दौरान कतर के अमीर और राष्ट्रपति मुर्मू के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत होगी।
कतर और भारत के बीच आपसी सहयोग के कई क्षेत्र हैं, जिनमें व्यापार, ऊर्जा, रक्षा, संस्कृति और श्रम मामलों को लेकर चर्चा की जाएगी। कतर में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक काम कर रहे हैं, और यह भी एक अहम बिंदु है, जिस पर दोनों देशों के नेताओं के बीच वार्ता हो सकती है। इसके साथ ही, भारत और कतर के बीच ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी और निवेश को लेकर भी विस्तार से चर्चा होने की संभावना है।

इस दौरे को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि कतर की तरफ से ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ, दोनों देशों के बीच सुरक्षा और रणनीतिक मामलों पर भी महत्वपूर्ण वार्ता हो सकती है। कतर और भारत के रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं, और यह यात्रा दोनों देशों के रणनीतिक रिश्तों में और भी नयापन लाने का काम करेगी।
इस यात्रा से पहले, विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यह दौरा कतर-भारत की बढ़ती बहुआयामी साझेदारी को और गति प्रदान करेगा। दोनों देशों के रिश्तों में सहयोग की नयी परतें जुड़ने के साथ, यह यात्रा ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
कुल मिलाकर, कतर के अमीर की यह राजकीय यात्रा कतर और भारत के रिश्तों के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकती है, जो भविष्य में दोनों देशों के बीच न केवल व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देगी, बल्कि दोनों देशों के नागरिकों के बीच आपसी समझ और सहयोग को भी मज़बूती प्रदान करेगी।
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