प्रयागराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज पहुंच गए हैं। इस मौके पर उन्होंने महाकुंभ में पवित्र संगम में पवित्र स्नान किया। इस दौरान वह मां गंगा की पूजा-अर्चना करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं।

पीएम मोदी के प्रयागराज दौरे को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी के साथ दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद हैं। संगम में डुबकी के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘मां गंगा का आशीर्वाद पाकर मन को असीम शांति और संतोष मिला’ है।
सुरक्षा और तैयारी की पूरी समीक्षा
प्रधानमंत्री मोदी के महाकुंभ दौरे को लेकर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई है, साथ ही एयर, वाटर और रोड फ्लीट के रिहर्सल भी पूरे कर लिए गए हैं। इस बार पीएम मोदी के साथ यूपी सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद रहेंगे, जिनमें उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक प्रमुख हैं।\

महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सुविधाओं का भी खास ख्याल रखा गया है। एसपीजी और यूपी पुलिस के द्वारा महाकुंभ स्थल पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि प्रधानमंत्री का दौरा शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हो सके।
पीएम मोदी का महाकुंभ दौरे का शेड्यूल
10:05 बजे : पीएम मोदी प्रयागराज एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे।
10:10 बजे : वे एयरपोर्ट से डीपीएस हेलीपैड के लिए रवाना होंगे।
10:45 बजे : प्रधानमंत्री मोदी अरेल घाट पहुंचेंगे।
10:50 बजे : अरेल घाट से वे नाव के माध्यम से महाकुंभ पहुंचेंगे।
11:00 – 11:30 बजे : इस समय प्रधानमंत्री का कार्यक्रम महाकुंभ मेला क्षेत्र में रहेगा। वे संगम में पवित्र स्नान करेंगे और श्रद्धालुओं के बीच धार्मिक आस्था का अनुभव करेंगे।
11:45 बजे : पीएम मोदी नाव से अरेल घाट लौटेंगे, फिर डीपीएस हेलीपैड वापस जाएंगे और एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे।
12:30 बजे : प्रधानमंत्री भारतीय वायुसेना के विमान से प्रयागराज से रवाना होंगे।
महाकुंभ में अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति
महाकुंभ 2025 का आयोजन इस बार पहले से भी ज्यादा भव्य तरीके से किया जा रहा है। 1 फरवरी को, 77 देशों के 118 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाई। इनमें से कई देशों के राजनयिकों और उनके परिवारों ने इस अवसर का लाभ उठाया। इस डुबकी में शामिल देशों में रूस, मलेशिया, बोलीविया, जिम्बाब्वे, लातविया, उरुग्वे, नीदरलैंड, मंगोलिया, इटली, जापान, जर्मनी, जमैका, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, पोलैंड, कैमरून, यूक्रेन, स्लोवेनिया और अर्जेंटीना जैसे प्रमुख देश शामिल थे। यूपी सरकार ने इस आयोजन को लेकर पूरी तैयारी की और राजनयिकों ने इस शानदार आयोजन पर खुशी भी जताई।
महाकुंभ के आयोजन में न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर से आए लोग भी शामिल होते हैं, जो धार्मिक आस्था के इस सबसे बड़े आयोजन का हिस्सा बनने का सौभाग्य प्राप्त करते हैं। यूपी सरकार और प्रशासन ने सभी व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित और सुरक्षित रखने के लिए समुचित कदम उठाए हैं।
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है और यह भारत के प्रमुख धार्मिक आयोजनों में से एक है। लाखों श्रद्धालु इस पवित्र मौके पर संगम में स्नान करते हैं, जो उनके जीवन को एक नई दिशा देने और उनके पापों के निवारण के रूप में माना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दौरे से महाकुंभ की महिमा और बढ़ जाएगी और विश्वभर में भारतीय संस्कृति और आस्था का संदेश जाएगा।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह लोगों को एकजुट करता है और भारत की विविधता में एकता का प्रतीक बनता है।