नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर मॉरीशस पहुंच गए हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक वे मॉरीशस के पोर्ट लुई पहुंचे, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया। बता दें, मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम पीएम मोदी की अगवानी करने एयरपोर्ट पहुंचे। वहां उन्होंने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान वहां माॅरीशस सरकार के सभी 34 मंत्री उपस्थित रहे। बता दें, पीएम मोदी देर रात मॉरीशस दौरे पर रवाना हुए थे। एयरपोर्ट पर एकत्रित भारतीय समुदाय के सदस्य भारतीय प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए उत्साहित दिखे।
पीएम मोदी ने मॉरीशस यात्रा को बताया महत्वपूर्ण
रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि यह यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच संबंधों का एक ‘नया और उज्ज्वल’ अध्याय खोलेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाएगी और अतीत की नींव पर आधारित होगी। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उनके इस दौरे से दोनों देशों के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा।
मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में होंगे मुख्य अतिथि
प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के निमंत्रण पर 11 और 12 मार्च को मॉरीशस में रहेंगे। इस दौरान, वे मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह समारोह विशेष महत्व रखता है क्योंकि हर साल 12 मार्च को मॉरीशस अपना राष्ट्रीय दिवस मनाता है। इस आयोजन में भारत की ओर से सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी, भारतीय नौसेना का युद्धपोत और भारतीय वायुसेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम भी हिस्सा लेगी।
साझेदारी को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण समझौते
पीएम मोदी अपने इस दौरे के दौरान मॉरीशस में भारत द्वारा निर्मित करीब 20 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें प्रमुख रूप से क्षमता निर्माण से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा, वे पीएम रामगुलाम के साथ मिलकर सिविल सर्विसेज भवन का उद्घाटन करेंगे, जिसकी लागत लगभग 4.75 मिलियन डॉलर है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे मॉरीशस के नेतृत्व के साथ मिलकर दोनों देश की साझेदारी को हर पहलू में बढ़ाने के लिए तत्पर हैं, ताकि दोनों देश के लोगों की प्रगति और समृद्धि में योगदान दिया जा सके।
समुद्री सुरक्षा और विकास साझेदारी पर ध्यान
पीएम मोदी ने कहा कि मॉरीशस हिंद महासागर में एक प्रमुख साझेदार है और यह भारतीय उपमहाद्वीप का एक अहम हिस्सा है। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच साझा इतिहास, संस्कृति और भूगोल, मजबूत रिश्तों का आधार हैं। इसके अलावा, पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच गहरा आपसी विश्वास और लोकतंत्र के मूल्यों में साझी आस्था हमारी ताकत है।
भारत और मॉरीशस के रिश्ते:
भारत और मॉरीशस के बीच समुद्री सुरक्षा, विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण और लोगों के बीच घनिष्ठ संबंधों में अद्वितीय सहयोग है। पिछले 10 वर्षों में दोनों देशों के बीच कई जन-केंद्रित पहलें लागू की गई हैं और अब दोनों देशों के बीच इन संबंधों को और मजबूत किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हम हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने के अवसरों पर भी काम करेंगे, जो हमारे दृष्टिकोण ‘सागर’ का हिस्सा है। सागर का तात्पर्य है ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास’।