प्रयागराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 फरवरी को एक बार फिर प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने के लिए पहुंच सकते हैं। इस बार उनका आगमन महाकुंभ के औपचारिक समापन के मौके पर होगा। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने 5 फरवरी को संगम में स्नान करने और पूजा अर्चना करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ नाव पर विहार भी किया था। प्रधानमंत्री ने 13 दिसंबर 2024 को महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया था और प्रयागराज में 6600 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था।
प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
प्रयागराज महाकुंभ के 43वें दिन भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। अब तक 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं, और यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस अवसर पर बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, अभिनेत्री कैटरीना कैफ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत कई प्रमुख हस्तियां संगम स्नान करने के लिए पहुंची। महाशिवरात्रि स्नान से पहले, प्रयागराज में सीएम योगी के निर्देश पर एक अहम बैठक भी बुलाई गई। बैठक में वरिष्ठ अधिकारी जैसे ADG, DIG, कमिश्नर, कलेक्टर, और मेलाधिकारी ने सुरक्षा व्यवस्था और व्यवस्थाओं पर चर्चा की।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं का अद्भुत उत्साह
महाकुंभ में श्रद्धालुओं का उत्साह देखा जा सकता है। बड़ी संख्या में लोग, चाहे वह छोटे हों या बड़े, महिलाएं या पुरुष, इस धार्मिक पर्व में शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंचे हैं। 70 से अधिक उम्र की एक महिला, जो लाठी थामे गंगा की ओर बढ़ रही थी, ने यह साबित कर दिया कि आस्था के सामने कोई भी मुश्किल नहीं आती। कुछ किलोमीटर पैदल चलने के बाद भी उनका कहना था कि यह आस्था का सवाल है, और इसीलिए भीड़ की भारी धारा को संभालने में कोई समस्या नहीं है।
सीएम योगी का विपक्ष पर हमला: महाकुंभ को लेकर झूठी अफवाहें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने यह झूठ फैलाया कि महाकुंभ में एक खास जाति के लोगों को जाने से रोका जा रहा है। सीएम ने साफ किया कि महाकुंभ में किसी भी जाति या वर्ग को नहीं रोका गया। उन्होंने कहा कि जो लोग सद्भावना से महाकुंभ में आना चाहते हैं, उनका स्वागत किया गया, लेकिन जो लोग महाकुंभ की महिमा को खराब करने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे की तैयारियां: कुंभ मेले के लिए वॉर रूम स्थापित
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए रेलवे ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र में व्यवस्था बनाए रखने के लिए वॉर रूम की स्थापना की है। देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर 1100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यात्री भीड़ पर नजर रखी जा रही है। अगर कहीं भी कोई असुविधा या अव्यवस्था दिखाई देती है, तो वॉर रूम से तुरंत आदेश देकर उसे ठीक किया जाता है। यह व्यवस्था यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है।
कुंभ मेला: एक धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव
प्रयागराज महाकुंभ मेला न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, आस्था और एकता का प्रतीक भी है। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु इस महापर्व का हिस्सा बनते हैं, जो केवल धार्मिक महत्व ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का भी प्रतीक बनता है। महाकुंभ में शामिल होने का अनुभव जीवनभर याद रहता है, और यही कारण है कि लोग दूर-दूर से इस आयोजन में भाग लेने के लिए आते हैं।
अगले कुछ दिनों में, जब महाकुंभ का समापन होगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह और उम्मीदें दोनों होंगी।
Read Also: महाशिवरात्रि से पहले यूपी के संभल में फिर से खोले गए शिव मंदिर, बढ़ाई गई सुरक्षा