जमशेदपुर: पूर्व घाेषणा के तहत भाजपा नेता जिला अध्यक्ष गूंजन यादव के नेतृत्व में झारखंड आंदोलन के नायक शहीद निर्मल महतो (Nirmal Mahto) की जयंती पर सोमवार को कदमा उलियान स्थित शहीद निर्मल महतो के समाधि स्थल पर एक दिवसीय उपवास पर बैठे। इस दाैरान शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें समाधिस्थल के पास धरना-उपवास करने से रोक दिया और जबरन उक्त स्थान से बाहर कर दिया। Nirmal Mahto
इस दौरान पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बहस और धक्का-मुक्की भी हुई। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ता समाधिस्थल के बाहर आ गए और पेड़ के नीचे बैठ कर विरोध प्रदर्शन किया। विदित हाे कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा 8 अगस्त 2019 को जमशेदपुर में किए गए वादे को याद दिलाने के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन यादव ने उपवास पर बैठने की घोषणा की थी।
(Nirmal Mahto) तनावपूर्ण बनी रही स्थिति:
हालांकि शहीद निर्मल महतो की जयंती पर कदमा में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी शामिल होना था, लेकिन वे नहीं आए। इसके बावजूद भाजपाइयों ने अपना विरोध जारी रखा। इस दौरान झामुमो कार्यकर्ता जिस मार्ग से नारेबाजी करते हुए समाधिस्थल पर पहुंच रहे थे। वहीं भाजपा कार्यकर्ता भी उपवास पर बैठकर अपना विरोध जता रहे थे। इस दौरान स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई थी। हालांकि पहले से तैनात पुलिस की वजह से कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई।
विपक्ष हो गई है मुद्दा विहीन : चम्पई सोरेन
झारखण्ड की माटी के वीर सपूत, महान आंदोलनकारी अमर वीर शहीद निर्मल महतो जी की जयंती के अवसर पर शत-शत नमन।
वीर शहीद निर्मल महतो अमर रहें!
झारखण्ड के वीर शहीद अमर रहें!
जय झारखण्ड! pic.twitter.com/9CCsOrV4GD— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) December 25, 2023
उपवास पर बैठे जिलाध्यक्ष गुंजन यादव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने का वादा सीएम ने किया था, लेकिन किसी काे भी राेजगार नहीं मिला है। अब एक बार फिर शहर आने की घोषणा कर वे नहीं आये है। वे लगातार शहीदों का अपमान करते हैं। यही वजह है कि भाजपा उनका विराेध करती है।
विपक्ष के पास नहीं है काेई मुद्दा: चंपई साेरेन
इस पूरे विवाद पर मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि विपक्ष के पास काेई मुद्दा नहीं है इस लिए वे इस प्रकार (Nirmal Mahto) का विराेध कर रहे हैं। हेमंत सोरेन के कार्य को देखकर भाजपा की पेट में दर्द शुरू हाे गयी है। उससे झारखंड का विकास बर्दास्त नहीं हाे रहा है। गांव-गांव में सरकार की योजना पहुंच रही है। रांची से नहीं बल्कि गांव से हेमंत सरकार चल रही है, एक-एक परिवार की समस्या जानकार उनका समाधान हो रहा है। झारखंड बनने के बाद सबसे ज्यादा समय भाजपा ने राज किया, लेकिन प्रदेश को विकास की जगह विनाश की ओर धकेल दिया। लेकिन इस सरकार में झारखंड अब खुशहाली है।
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