धनबाद : सीबीआई ने धनबाद के कोयला नगर स्थित बीसीसीएल टाउनशिप पोस्ट ऑफिस के पोस्टमास्टर प्रभात रंजन को गिरफ्तार किया है। प्रभात रंजन को ट्रांसफर-पोस्टिंग के एक बड़े सिंडिकेट का सदस्य माना जा रहा है और उनकी गिरफ्तारी से यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है। सीबीआई ने उन्हें रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। गुरुवार को सीबीआई की विशेष टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया और पोस्टमास्टर प्रभात रंजन को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है घटना
जानकारी के मुताबिक, प्रभात रंजन का नाम लंबे समय से ट्रांसफर-पोस्टिंग के मामलों में सामने आ रहा था। वह न सिर्फ पोस्टमास्टर के रूप में कार्यरत थे, बल्कि उनकी पकड़ काफी ऊंचे स्तर तक थी। उनके संपर्क हेड पोस्ट ऑफिस से लेकर सर्किल स्तर तक के लोगों से थे, जो उन्हें अपने कार्यों में मदद करते थे। यह भी बताया जा रहा है कि रंजन बीएमएस (भारतीय मजदूर संघ) के सर्किल सेक्रेटरी भी थे, जो उनके प्रभाव को और मजबूत करता था।
सीबीआई द्वारा की गई जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि प्रभात रंजन ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुड़े मामलों में बिचौलिए के तौर पर कार्य करते थे। वे कर्मचारियों के ट्रांसफर की प्रक्रिया में दलाली करते थे और इसके बदले भारी रकम लेते थे। यह स्थिति काफी समय से बनी हुई थी और उनकी यह गतिविधि बिना किसी डर के चल रही थी। सीबीआई की टीम ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इस गिरफ्तारी ने पूरे प्रशासनिक ढांचे को हिलाकर रख दिया है, क्योंकि इस प्रकार के कदाचार और भ्रष्टाचार के मामले आमतौर पर सीबीआई जैसे एजेंसियों की कार्रवाई के कारण सामने आते हैं। फिलहाल सीबीआई की टीम आरोपी पोस्टमास्टर से पूछताछ कर रही है और मामले की पूरी गहराई तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
कई सवाल इस गिरफ्तारी के बाद उठ रहे हैं, जैसे कि क्या यह मामला सिर्फ प्रभात रंजन तक सीमित था, या फिर इसमें और भी उच्च अधिकारी शामिल थे। इस तरह की घटनाओं से यह साफ होता है कि भ्रष्टाचार के नेटवर्क को खत्म करने के लिए पूरी तरह से पारदर्शिता की आवश्यकता है, और ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई बहुत जरूरी है।
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