पलामू: झारखंड के पलामू, गढ़वा और लातेहार जिलों में तैनात दागी पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है। एक महीने पहले इन तीन जिलों में 60 से अधिक पुलिसकर्मियों को दागी के रूप में चिन्हित किया गया था, लेकिन अब दागियों की संख्या में इजाफा हो गया है। पलामू रेंज के पुलिस अधिकारियों के लिए यह चिंता का विषय बन चुका है, क्योंकि पुलिस मुख्यालय द्वारा इस मामले में जल्द ही कार्रवाई की जा सकती है।
डीआईजी ने भेजी रिपोर्ट, बढ़ी दागियों की संख्या
हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार, पलामू जिले में 10 से अधिक नए दागी पुलिसकर्मियों की पहचान की गई है, जिससे दागियों की कुल संख्या और बढ़ गई है। पलामू रेंज के डीआईजी वाईएस रमेश ने इस मुद्दे पर पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी है। अब इस मामले पर पुलिस मुख्यालय से जल्द ही कोई बड़ा निर्णय लिए जाने की संभावना है।
कोई नक्सलियों से जुड़ा, कोई कर रहा जमीन दलाली
दागी पुलिसकर्मियों पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इनमें कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ नक्सल गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप हैं, तो कुछ पर जमीन की दलाली और जनता के साथ दुर्व्यवहार के आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा कई पुलिसकर्मियों को अपने सीनियर अधिकारियों की अनदेखी और उनसे असहयोग का आरोप भी झेलना पड़ा है। सबसे बड़ी चिंता यह है कि, सीनियर अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
पुलिस मुख्यालय ने भेजी 7 बिंदुओं पर रिपोर्ट
पुलिस मुख्यालय ने दागी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सात बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। इन बिंदुओं में शामिल हैं:
जमीन की दलाली और विवाद
आम जनता के साथ पुलिसकर्मियों का व्यवहार
पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिसकर्मियों का व्यवहार
पुलिस अधिकारियों पर दर्ज एफआईआर और केस
मुकदमों का अनुसंधान
अनुशासनहीनता और सीनियर अधिकारियों की अवहेलना
इन बिंदुओं के आधार पर पुलिस मुख्यालय दागी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
गढ़वा-लातेहार में भी चिह्नित किए गए दागी पुलिसकर्मी
पलामू रेंज के अन्य दो जिलों गढ़वा और लातेहार में भी दागी पुलिसकर्मियों की संख्या में इजाफा हुआ है। गढ़वा में 20 पुलिसकर्मी और लातेहार में 25 पुलिसकर्मी दागी के रूप में चिन्हित किए गए हैं। कई दागी पुलिसकर्मी उच्च पदों पर तैनात हैं, जिन पर गंभीर आरोप हैं और जिनका भविष्य अब सवालों के घेरे में आ चुका है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय ने दागी पुलिसकर्मियों के मामले में गहन जांच और रिपोर्ट मांगी है। डीआईजी वाईएस रमेश ने पुष्टि की है कि सभी दागी पुलिसकर्मियों की सूची पुलिस मुख्यालय को भेज दी गई है और अब पुलिस मुख्यालय इस पर कोई सख्त कदम उठा सकता है। यदि जांच में दोषी पाए जाते हैं तो इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी सजा और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।