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एमजीएम की सूरत बदलने का जिम्मा परियोजना निदेशक, एडीएम व एसडीओ को मिला

- स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के जाने के बाद उपायुक्त ने वरीय अधिकारियों को सौंपी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी

by Dr. Brajesh Mishra
MGM Hospital
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जमशेदपुर : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह के जाने के बाद उपायुक्त अनन्य मित्तल ने अपने पदाधिकारियों को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। दरअसल, आय दिनों तमाम तरह की समस्याएं व खामियों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल के साथ-साथ परसुडीह स्थित सदर अस्पताल की सूरत अब बदलेगी।

इसे लेकर उपायुक्त ने आइटीडीए के परियोजना निदेशक दीपांकर चौधरी को डिमना चौक स्थित नवनिर्मित 750 बेड के अस्पताल की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं, अपर जिला दंडाधिकारी, विधि व्यवस्था (एडीएम) को साकची स्थित एमजीएम अस्पताल और अनुमंडल पदाधिकारी, धालभूम (एसडीओ) को परसुडीह स्थित सदर अस्पताल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

उपायुक्त द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि सरकारी अस्पतालों में आमजनों को सुलभ एवं सुदृढ़ स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर करने एवं अस्पतालों का सुव्यवस्थित रूप से संचालन हेतु इन पदाधिकारियों को वरीय पदाधिकारी के रूप में प्राधिकृत किया जाता है। वहीं, सभी संबंधित वरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया जाता है कि अस्पतालों का समय-समय पर पर्यवेक्षण (निगरानी करने का काम) एवं नियमित अनुश्रवण करना सुनिश्चित करेंगे।

साथ ही अस्पतालों की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ एवं आमजनों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का त्वरित निष्पादन कराना सुनिश्चित करेंगे। ये पदाधिकारी नियमित रूप से अपना रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपेंगे और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

मालूम हो कि बीते गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह अपने पूरे टीम के साथ एमजीएम अस्पताल आए थे। इस दौरान विशेष बैठक कर अस्पताल को बेहतर ढंग से संचालित करने का निर्देश दिया था। इस बैठक में जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल भी शामिल थे।

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