रांची: समाहरणालय रांची स्थित ब्लॉक-बी के सभागार में उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में एक विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में समाहरणालय अंतर्गत सभी कार्यालयों के प्रधान लिपिक, उच्च वर्गीय लिपिक, निम्न वर्गीय लिपिक तथा कम्प्यूटर ऑपरेटरों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और जन शिकायतों के त्वरित निष्पादन के साथ-साथ कार्यालयों की कार्य संस्कृति में सुधार लाना था। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि केंद्र और राज्य सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता के साथ लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास से संबंधित योजनाओं के लाभ को पात्र लाभार्थियों तक समयबद्ध, पारदर्शी और जिम्मेदार तरीके से पहुंचाना कर्मचारियों की प्रमुख जिम्मेदारी है। साथ ही कहा कि समाहरणालय के सभी कार्यालयों की कार्य रेटिंग अब आम जनता द्वारा दी जाएगी। इससे पारदर्शिता और सेवा की गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित किया जा सकेगा।

शिकायतों के समाधान में लाए तेजी
जन शिकायतों के समाधान की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित बनाने पर विशेष जोर देते हुए उपायुक्त ने कहा कि शिकायतों के पंजीकरण से लेकर समाधान तक की प्रत्येक प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। इसके लिए ट्रैकिंग सिस्टम और डिजिटल टूल्स का प्रभावी उपयोग आवश्यक है। कार्यक्रम के दौरान कर्मचारियों से सीधे संवाद कर उनके अनुभवों और चुनौतियों को सुना गया। कर्मचारियों ने संसाधनों की कमी, प्रशिक्षण की आवश्यकता और तकनीकी सहयोग को लेकर अपने सुझाव साझा किए। उपायुक्त ने इन सुझावों को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
इन बातों पर ध्यान दें कर्मचारी
उपायुक्त ने कार्य संस्कृति को अधिक पेशेवर, नागरिक-केंद्रित और जवाबदेह बनाने की दिशा में सभी कर्मचारियों को प्रेरित किया। उन्होंने समय प्रबंधन, कार्यों की प्राथमिकता निर्धारण और ई-गवर्नेंस के उपयोग पर विशेष ध्यान देने की बात कही। कम्प्यूटर ऑपरेटरों को डिजिटल दक्षता बढ़ाने और नागरिक सेवाओं को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से सुचारू रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।