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राबड़ी देवी 4 घंटे बाद ED दफ्तर से बाहर निकलीं, तेजप्रताप यादव से पूछताछ जारी, लैंड फॉर जॉब घोटाले में एक्शन

by Yugal Kishor
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पटना: बिहार में लैंड फॉर जॉब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लालू परिवार के खिलाफ जांच तेज कर दी है। इस मामले में अब तक कई बड़े नामों से पूछताछ हो चुकी है, और अब राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव को समन जारी किया गया। इन दोनों नेताओं को ईडी ने तलब किया , जबकि आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव को कल पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव की पूछताछ:

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को आज पटना स्थित ईडी के जोनल कार्यालय में पूछताछ के लिए तलब किया गया। राबड़ी देवी वहां पहुंचीं, और उनसे पूछताछ की गई। वहीं, तेजप्रताप यादव को भी ईडी कार्यालय बुलाया गया है। आरजेडी के विधायक तेजप्रताप यादव तय समय से पहले, यानी 12 बजे ही ईडी दफ्तर पहुंचे। इस बीच, आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने यह आरोप लगाया है कि बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर आरजेडी नेताओं को परेशान करने की साजिश रची है।

शक्ति यादव ने कहा, “आज राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव ईडी के समन पर पहुंचे। ये संस्थाएं सरकारी प्रतिष्ठानों के इशारे पर काम कर रही हैं। आपको पता है कि बिहार में चुनाव है, बीजेपी भयभीत है। क्योंकि राष्ट्रीय जनता दल बिहार में बहुत मजबूत पार्टी है, और बीजेपी हमारे नेताओं को इन जांच एजेंसियों के माध्यम से परेशान कर रही है।”

लालू यादव से कल होगी पूछताछ:

लैंड फॉर जॉब स्कैम में पहले भी लालू यादव से पूछताछ हो चुकी है, लेकिन ईडी के अधिकारियों का कहना है कि नए सबूत मिलने के बाद उनसे दोबारा पूछताछ की जरूरत पड़ी है। लालू यादव को कल, यानी 19 मार्च को ईडी के दफ्तर में तलब किया गया है। इसके अलावा, तेजस्वी यादव से भी ईडी ने पहले इस मामले में 20 जनवरी 2024 को करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी, और फिर 30 जनवरी को भी उनसे सवाल-जवाब किए गए थे।

क्या है लैंड फॉर जॉब घोटाला?

लैंड फॉर जॉब घोटाला 2004 से 2009 के बीच हुआ, जब लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। आरोप है कि इस दौरान पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर जोन में ग्रुप डी पदों पर नियुक्ति के बदले, उन्होंने अभ्यर्थियों से उनके परिवार और सहयोगियों के नाम पर जमीन ट्रांसफर करवाई थी। इस मामले की जांच में सीबीआई ने 18 मई 2022 को लालू यादव, राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब तक इस घोटाले में 30 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया जा चुका है।

लालू परिवार के सदस्य बेल पर हैं:

इस मामले में लालू परिवार के कई सदस्य आरोपी बनाए गए हैं। पिछले साल अगस्त में प्रवर्तन निदेशालय ने इस घोटाले में 1000 पन्नों की एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी, जिसमें लालू यादव, तेजस्वी यादव और अन्य परिवार के सदस्यों के नाम शामिल हैं। इस मामले में परिवार के पांचों सदस्य—लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और तेजस्वी यादव फिलहाल जमानत पर हैं।

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