Raibareli (Uttar Pradesh) : उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा घटित हो गया। डलमऊ के प्रसिद्ध वीआईपी घाट पर अस्थि विसर्जन के दौरान नौ लोग गंगा नदी में डूब गए। देखते ही देखते गंगा घाट पर अफरा-तफरी मच गई। घटना सुबह करीब साढ़े आठ बजे की है, जब अमेठी जिले के गौरीगंज थाना क्षेत्र के पालपुर गांव से आए रामकिशोर कौशल के परिजन उनकी अस्थियां विसर्जित करने पहुंचे थे। रामकिशोर कौशल का निधन शुक्रवार को हुआ था।
12 साल का बच्चा डूबा, बचाने के प्रयास में डूबे अन्य सदस्य
विसर्जन के दौरान अचानक 12 वर्षीय आर्यन (पुत्र बालचंद) गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे बचाने की कोशिश में एक-एक कर परिवार के आठ अन्य सदस्य भी नदी में उतर गए।
डूबने वाले लोग
चंद्रमा कौशल (62 वर्ष), पुत्र रामकिशोर
चंद कुमार (60 वर्ष), पुत्र रामकिशोर
चंद्रप्रकाश (55 वर्ष), पुत्र रामकिशोर
विधिचंद (45 वर्ष), पुत्र पारसनाथ
बालचंद (42 वर्ष), पुत्र पारसनाथ
धर्मचंद (40 वर्ष), पुत्र पारसनाथ
आयुष (19 वर्ष), पुत्र विधिचंद
अनिल (49 वर्ष), पुत्र मुन्ना प्रसाद
आर्यन (12 वर्ष), पुत्र बालचंद
गोताखोरों ने छह लोगों की बचाई जान
हादसे की जानकारी मिलते ही घाट पर मौजूद स्थानीय गोताखोर तुरंत हरकत में आ गए और नदी में छलांग लगाकर बचाव कार्य शुरू किया। उन्होंने छह लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया। हालांकि, आर्यन, बालचंद और चंद कुमार की हालत गंभीर बताई गई। तीनों को तुरंत डलमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार में मचा कोहराम, पुलिस ने शव भेजे पोस्टमार्टम के लिए
हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस आगे की जांच-पड़ताल में जुटी है।तीनों की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घाट पर मौजूद हर आंख नम हो गई। एक धार्मिक रस्म कैसे त्रासदी में बदल गई, इसका मंजर घाट पर मौजूद हर व्यक्ति के दिल को झकझोर गया।